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रामलीला मैदान में INDIA का प्रदर्शन, 28 दल भरेंगे हुंकार

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दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन के नेता रविवार (31 मार्च) को फिर एक मंच पर जुटेंगे। 13 दिन में दूसरा ऐसा मौका है जब इंडिया ब्लॉक एकजुट हो रहा है। इससे पहले 17 मार्च को कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन के मौके पर मुंबई के शिवाजी पार्क में विपक्षी दलों के प्रमुख नेता शामिल हुए थे। लेकिन इस बार इंडिया ब्लॉक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज किए जाने के विरोध में एकजुट हो रहे हैं। महारैली में इंडिया गठबंधन का नारा ‘तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ’ है।

रैली में केंद्र सरकार को घेरने की होगी कोशिश

इंडिया अलायंस की यह मेगा रैली सुबह 11 बजे दिल्ली के रामलीला मैदान में शुरू होगी। विपक्ष ने इसे ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ नाम दिया है। इसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, टीएमसी, पीडीपी समेत करीब 28 अन्य पार्टियां इसमें शामिल हैं। विपक्षी दल केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज करने, सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी और विपक्षी नेताओं पर सीबीआई, ईडी की कार्रवाई का मुद्दा उठाकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे। रैली के मद्देनजर रामलीला मैदान के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

राहुल गांधी-सोनिया और खड़गे शामिल होंगे

कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी रैली को संबोधित करेंगे। सोनिया गांधी भी इसमें शामिल हो सकती हैं। कांग्रेस ने कहा है कि यह किसी व्यक्ति विशेष की रैली नहीं है। लोकतंत्र को बचाने के लिए INDIA गुट के सभी दल इसमें हिस्सा लेंगे। इस रैली के जरिए एकजुटता और एकता का संदेश दिया जाएगा।

केजरीवाल और सोरेन की पत्नियां होंगी शामिल

विपक्ष की मेगा रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता भी मौजूद रहेंगी। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। उन्होंने शनिवार शाम को सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की थी। अब दोनों ने केंद्र के खिलाफ हल्ला बोलने की तैयारी में हैं।

AAP और कांग्रेस ने किया था मेगा रैली का ऐलान

दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली महा रैली के जरिए इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों के नेता अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। इस रैली में गठबंधन में शामिल सभी 28 दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। दिल्ली कांग्रेस ने आप के साथ मिलकर महारैली का ऐलान किया था, लेकिन इसे सफल बनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस की सेंट्रल कमेटी पर है।