spot_img

कोतवाली के सीएसपी रह चुके हैं रवि सिन्हा, अब बने RAW के नए प्रमुख

HomeCHHATTISGARHकोतवाली के सीएसपी रह चुके हैं रवि सिन्हा, अब बने RAW के...

रायपुर। 1988 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आइपीएस अफसर रवि सिन्हा देश की शीर्ष खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग रा (RAW) के नए प्रमुख बनाए गए हैं। कैबिनेट सचिवालय ने सोमवार को विधिवत आदेश जारी कर दिए हैं। वे मौजूदा चीफ सामंत गोयल, आइपीएस (पंजाब 84) का स्थान लेंगे, जो 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। नये रा प्रमुख बनाए गए रवि सिन्हा रायपुर में सिटी कोतवाली के सीएसपी रह चुके हैं। इसके अलावा दुर्ग में भी पदस्थ थे। रवि सिन्हा छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यहां पीएचक्यू (PHQ) में पदस्थ रहे, इसके बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। वर्तमान में वे रा के एडिशनल सेक्रेटरी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। रा प्रमुख के तौर पर रवि सिन्हा का कार्यकाल 2 साल का होगा।

रवि सिन्हा का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता रहा है। अविभाजित मध्य प्रदेश के दौरान वह बस्तर, कोंडागांव, दुर्ग, रायपुर और राजनांदगांव में पदस्थ रहे। बस्तर में जब नक्सलियों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा था, उस समय सिन्हा एडिशन एसपी बस्तर और एसडीओपी कोंडागांव के पद पर रहे। तेजतर्रार अधिकारियों में गिने जाने वाले सिन्हा करीब डेढ़ साल नक्सल आपरेशन में बिताए। सिन्हा अविभाजित मध्य प्रदेश में राजनीतिक महत्व रखने वाले राजनांदगांव जिले के 1995-96 में पुलिस अधीक्षक भी रहे। वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ का निर्माण हुआ तो उन्होंने छत्तीसगढ़ कैडर को चुना। हालांकि छत्तीसगढ़ कैडर में आने के बाद वह सिर्फ दो साल पुलिस मुख्यालय में डीआइजी के पद पर रहे, उसके बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए।

पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो 1988 बैच आवंटन होने के बावजूद रवि सिन्हा की ट्रेनिंग 1989 बैच के आइपीएस अधिकारियों के साथ हुई। डीजी के पद से रिटायर हुए 1988 बैच के आइपीएस आरके विज ने बताया कि रवि सिन्हा राज्य गठन के समय पुलिस मुख्यालय में योजना प्रबंधन में डीआइजी के पद पर थे। उस समय उन्होंने पुलिस आधुनिकीकरण के लिए बेहतर काम किया। शुरुआती दौर में उनके काम के कारण नए राज्य में तेजी से पुलिस का आधुनिकीकरण हुआ।

राज्य सरकार ने रवि सिन्हा को 12 अगस्त 2020 को स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नत किया। रवि सिन्हा के बैच में आइपीएस संजय पिल्ले और मुकेश गुप्ता थे। संजय पिल्ले वर्तमान में डीजी जेल के पद पर हैं और मुकेश गुप्ता रिटायर हो चुके हैं। आइपीएस संजय पिल्ले ने बताया कि रवि प्रशिक्षण के दौरान से ही तेजतर्रार थे। उनकी रुचि राष्ट्रीय मामलों में रहती थी। वह मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। सिन्हा दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कालेज में पढ़ाई की है।

बोस्निया में एक साथ थे प्रतिनियुक्ति पर

रवि सिन्हा एक साल तक बोस्निया में प्रतिनियुक्ति पर थे। छत्तीसगढ़ राज्य गठन से पहले जुलाई 1999 से जुलाई 2000 तक उनकी प्रतिनियुक्ति थी। बोस्निया से लौटने के बाद रवि सिन्हा को एआइजी नारकोटिक्स भोपाल पुलिस मुख्यालय में पदस्थापना मिली। दिसंबर 2000 में उनको पुलिस मुख्यालय छत्तीसगढ़ में एआइजी पदस्थ किया गया। अगले साल पदोन्नति के बाद वह डीआइजी बने और पुलिस मुख्यालय में पदस्थ रहे। दस जनवरी 2002 से वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है।

छत्तीसगढ़ में इन पदों पर रहे हैं सिन्हा

एएसपी दुर्ग, एएसपी बस्तर, एसडीओपी कोंडागांव, नगर पुलिस अधीक्षक माना, रायपुर, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव और पुलिस मुख्यालय रायपुर में पदस्थ थे।