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पायलट की दो टूक, आलाकमान पहले फैसला दे, तब दिल्ली जाऊंगा

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दिल्ली। कांग्रेस में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और भारत जोड़ो यात्रा के बीच राजस्थान में राजनीतिक संकट गरमा गया है। कांग्रेस आलाकमान द्वारा सचिन पायलट (SACHIN PILOT) को अगला मुख्यमंत्री बनाने की संभावना के बीच अशोक गहलोत के समर्थक 90 विधायकों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया।

उधर, पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले को सुलझाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को हर एक बागी विधायक से बात करने के निर्देश दिए। हालांकि, विधायकों ने दोनों नेताओं के सामने कुछ शर्तें रखते हुए मिलने से इनकार कर दिया। उधर, कांग्रेस आलाकमान इन शर्तों पर सहमत नहीं दिख रहा। ऐसे में खड़गे और अजय माकन गहलोत से मुलाकात करके दिल्ली लौटेंगे और पूरी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपेंगे।

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कांग्रेस में इस तरह से शर्तों पर बात नहीं होती- माकन

अजय माकन ने कहा, हमने कहा था कि हम सभी विधायकों (SACHIN PILOT)  से एक एक कर बात करेंगे लेकिन वो अड़े रहे कि हम ग्रुप्स में आएंगे। कांग्रेस की प्रथा रही है कि ऐसी स्थिति में सबसे अलग अलग बात की जाए। वहीं, विधायकों की मांग थी कि गहलोत के समर्थन में जो 102 विधायक हैं, उन्हीं में से सीएम बनाया जाए। सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए। हमने विधायकों से कहा कि वे उन सभी की चिंताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने रखेंगे। लेकिन विधायक अपनी शर्तों पर अड़े रहे।

विधायकों के समर्थन से ही बनेगा नया सीएम- प्रताप सिंह

राजस्थान में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने (SACHIN PILOT)  कहा कि लोकतंत्र संख्या बल से चलता है और विधायक जिन्हें भी समर्थन करेंगे, वही राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायकों के विधानसभा अध्यक्ष के घर पहुंचने को पार्टी आलाकमान की बगावत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।