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युवती की आत्महत्या पर महिला मोर्चा का सवाल, ऐसे क्या इल्जाम लगे कि उसने…

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रायपुर। राजधानी के खम्हारडीह थाने से लौटते ही युवती राधा निषाद द्वारा की गई ख़ुदकुशी के मामले में सियासत गरमा गई है। महीने भर बाद अब इस मामलें में महिला मोर्चा (BJP Mahila Morcha) ने प्रदेश की पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है।

महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत एवं अन्य नेत्रियों ने कहा कि एक माह पुराने इस वाकये का ख़ुलासा अब जाकर हुआ है, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं और पुलिस संदेह के दायरे में आई है। भाजपा महिला मोर्चा ने इस मामले की जाँच कर दोषियों पर क़ारग़र कार्रवाई की मांग की है।

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भाजपा महिला मोर्चा (BJP Mahila Morcha) की प्रदेश अध्यक्ष राजपूत ने घटना से जुड़े तमामम तथ्यों की चर्चा कर जानना चाहा कि पुलिस थाने से लौटते ही युवती के छलांग लगाकर आत्महत्या करने की वज़ह आख़िर क्या थी ? मोर्चा नेत्रियों ने बताया कि खम्हारडीह पुलिस ने राधा निषाद को थाना बुलाया था।

दोपहर 01 बजे अपने दुपहिया वाहन से खम्हारडीह थाना पहुंची राधा को रात 09 बजे पुलिस वाहन से उसके किराए के मकान तक छोड़ा गया। घर पहुंचते ही राधा ने, जिस बिल्डिंग में किराए से रहती थी, उसकी तीसरी मंजिल की छत पर पहुंची और उसे छोड़ने गई पुलिस टीम के सामने ही उसने छत से छलांग लगा दी।

इसके बाद मौके पर खड़ी पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मोर्चा नेत्रियों ने सवाल किया है कि आख़िर 08 घंटे तक राधा निषाद से पुलिस ने ऐसी क्या पूछताछ की और किस तरह से की ?

सवाल यह भी है कि मृतका राधा अपने दुपहिया वाहन से घर क्यों नहीं लौटी? उस पर ऐसे क्या इल्जाम लगाए गए, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने यह आत्मघाती कदम उठाया ?

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष राजपूत ने कहा कि इस पूरे मामले में मृतका राधा के परिजनों के मुताबिक़ जब उसे थाना बुलाया गया तो उसकी जानकारी परिजनों को नहीं दी गई।

परिजनों के बार-बार किए गए फोन का ज़वाब नहीं दिया गया। थाना पहुंचने पर परिजनों को राधा से मिलने तक नहीं दिया गया। ये तमाम बातें पुलिस की संदिग्ध कार्रवाई और ज़्यादती को दर्शाती है।

BJP Mahila Morcha : पीड़ित परिवार को मिले न्याय

मोर्चा नेत्रियों ने कहा है कि आख़िर मृतका राधा ने ऐसा क्या ग़ुनाह कर दिया था कि उसके साथ इस तरह की गोपनीय और नियमविरुद्ध कार्रवाई की गई। जबकि किसी भी महिला को सूर्यास्त के बाद थाना में रखने की इज़ाज़त क़ानून तब तक नहीं देता, जब तक न्यायालयीन आदेश न मिल जाए।

मोर्चा नेत्रियों ने बताया कि खम्हारडीह निवासी कांति निषाद ने राधा पर चोरी का आरोप लगाकर थाना में शिकायत की थी। पुलिस ने यदि इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया भी था तो 08 घंटे मृतका को भूखे-प्यासे क्यों बिठाया गया ?

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महिला मोर्चा ने पुलिस कप्तान से इस मामले की जाँच कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।