spot_img

जलवायु परिवर्तन: मौसम की सटीक भविष्यवाणी करना अब नहीं रहा आसान

HomeNATIONALजलवायु परिवर्तन: मौसम की सटीक भविष्यवाणी करना अब नहीं रहा आसान

दिल्ली। मौसम विज्ञान विभाग (MAUSAM NEWS) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा का कहना है कि जलवायु परिवर्तन ने पूर्वानुमान एजेंसियों की मौसमी घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी करने की क्षमता को प्रभावित किया है।

दुनियाभर की मौसम एजेंसियां अपने निगरानी नेटवर्क और मौसम पूर्वानुमान मॉडल में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। महापात्रा ने बताया कि देश में मानसूनी बारिश का स्पष्ट रुझान देखने को नहीं मिला है, लेकिन जलवायु परिवर्तन से भारी बारिश के मामले बढ़े हैं, जबकि हल्की बारिश में कमी आई है।

भैयाजी यह भी देखे: राष्ट्रमंडल खेल : अब तक 53 पदक जीते भारतीय खिलाड़ियों ने

विभाग के पास 1901 से अब तक का मानसूनी बारिश (MAUSAM NEWS) का डेटा है। इसके मुताबिक उत्तर व पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश में कमी आई है, जबकि राजस्थान समेत पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश में वृद्धि हुई है। महापात्रा के मुताबिक मानसून अनियमित है। केंद्र सरकार ने संसद में बताया था कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मेघालय व नगालैंड में 30 साल (1989 से 2018 तक) में दक्षिण-पश्चिमी मानसून से होने वाली बारिश में कमी देखी गई।