रायपुर। छत्तीसगढ़ के निलंबित IPS जीपी सिंह की गिरफ्तारी हो गई है। जिसके बाद अब उन्हें रायपुर लाने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के मुताबिक उनकी गिरफ़्तारी दिल्ली से की गई है।
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बताया जा रहा है कि दिल्ली में निलंबित एआईपीएस जीपी सिंह की गिरफ़्तारी के लिए रायपुर पुलिस, EOW और ACB की टीम ने पिछले तीन चार दिनों से कैंप किया था। जिसके बाद इस टीम के कुछ सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने का एक अफ़वाह उड़ाई गई थी। जिसके बाद जीपी सिंह ने अपना ठिकाना बदलने की तैयारी की और उसकी गिरफ्तारी की जा सकी है।
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने एडीजीपी सिंह और उनके संबंधियों के अलग अलग ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इस छापे में जेपी सिंह और उनके संबंधियों से तकरीबन ₹10 करोड़ रुपए की अनुपात ही संपत्ति मिलने की बात एंटी करप्शन ब्यूरो के आला अफसरों ने कही थी। जिसके बाद से निलंबित एडीजी सिंह की खोजबीन की जा रही थी।
इधर एसीबी की कार्रवाई के बाद निलंबित आईपीएस अफसर जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का भी मामला राजधानी के कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया था। इस छापेमारी के दौरान एसीबी को जीपी सिंह के निवास पर एक डायरी मिली थी। जिसमें तमाम लेनदेन का जिक्र था।
जीपी सिंह की खारिज हुई थी याचिका
सूबे के कई आला ओहदों में काम कर चुके निलंबित ADG जी.पी. सिंह को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा था। एससी ने सिंह की गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया गया था। इस मामलें की सुनवाई चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया ने की थी।
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याचिका खारिज होने के बाद अब उनके पास सरेंडर करने के आलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था। दरअसल जीपी सिंह ने हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक और जांच पर स्टे नहीं मिलने से उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की थी।