spot_img

छत्तीसगढ़ में मंडराया सूखे का संकट, फसलों को कीट और खरपतवार से नुकसान

HomeCHHATTISGARHछत्तीसगढ़ में मंडराया सूखे का संकट, फसलों को कीट और खरपतवार से...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सूखे का संकट गहराते जा रहा है। हालात ये है कि सूबे के तक़रीबन दो दर्जन जिलों में खेती-किसानी सूखे के मुहाने तक पहुंच गए है। किसानों का कहना है कि अगर इस हफ्ते भी बारिश नहीं हुई तो खरीब फसल बचा पाना मुश्किल हो जाएगा।

भैयाजी ये भी देखे : रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में सैकड़ों छात्रों का प्रदर्शन, ऑनलाइन परीक्षा की…

विभागीय आंकड़ों पर अगर नज़र डाली जाए तो छत्तीसगढ़ के 20 जिलों के अंदर 52 तहसीलों में 25 से 50 प्रतिशत तक बारिश कम दर्ज़ की गई है। जिसके बाद से किसानों को फसलों को बचाने की चिंता सता रही है।

इधर किसानों का खर्च उलटे बढ़ते ही जा रहा है। किसान प्रवीण सोनकर का कहना है कि बरसात नहीं होने से एक तरफ हमे फसल खराब होने की चिंता शता रही है, वहीं जो फसल बोर गई है उसे सहजने के लिए लगातार खर्च करना पड़ रहा है। बारिश बंद होने के बाअद से खेटों में तेज़ी से खरपतरवार बढ़ते है, ऐसे में फसलों को बचाने के लिए उसकी निंदाई करनी पड़ती है।”

किसान प्रवीण ने बताया कि “इसके आलावा मौसम में बढ़ती उमस की वजह से भी फसलों में कीटों का प्रकोप लगातार बढ़ते जा रहा है, जिसे रोकने दवा का छिड़काव करना पद रहा है। लेकिन इसके लिए बारिश भी जरुरी है, क्यों की बारिश नहीं होने फसलों में इसका नुक़सान दिखाई पड़ सकता है। अब सब कुछ अगले कुछ दिनों के मौसम के भरोसे है। बारिश होगी तो संभवतः फसलों को बचाने में कामयाबी मिल सकती है और नहीं तो फिर फसल बर्बाद होगी।”

छत्तीसगढ़ में कहा कितनी हुई बारिश

राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 792.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है।

भैयाजी ये भी देखे : अमेरिका में छत्तीसगढ़ का डंका, नाचा को मिला “ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ द…

राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 31 अगस्त तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 1156.8 मिमी और बालोद जिले में सबसे कम 535.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।

सरगुजा : 728 मिमी
सूरजपुर : 1000.8 मिमी
बलरामपुर : 798.8 मिमी
जशपुर : 827 मिमी
कोरिया : 830.8 मिमी
रायपुर : 633.8 मिमी
बलौदाबाजार : 750.9 मिमी
गरियाबंद : 700.2 मिमी
महासमुंद : 609.2 मिमी
धमतरी : 670.6 मिमी
बिलासपुर : 805 मिमी
मुंगेली : 761.6 मिमी
रायगढ़ : 685 मिमी
जांजगीर चांपा : 811.9 मिमी
कोरबा : 1152.1 मिमी
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही : 963.8 मिमी
दुर्ग : 689 मिमी
कबीरधाम : 626.4 मिमी
राजनांदगांव : 598.7 मिमी
बेमेतरा : 905.8 मिमी
बस्तर : 796.8 मिमी
कोण्डागांव : 773.6 मिमी
कांकेर : 702.1 मिमी
नारायणपुर : 931.8 मिमी
दंतेवाड़ा : 860.5 मिमी
बीजापुर : 888.8 मिमी