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सरकार के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में मामला दर्ज

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दिल्ली। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के बार-बार सतर्क करने के बाद भी पश्चिम बंगाल में अवैध पटाखा कारखानों में विस्फोटक का बेलगाम इस्तेमाल जारी है। राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व कानून अधिकारी विश्वजीत मुखोपाध्याय ने राज्य सरकार ट्रिब्यूनल का अवमानना करने का आरोप लगाते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में मामला दर्ज किया है। उन्होंने यह मामला गैर सरकारी संस्था वातावरण अकादमी की ओर से किया है।

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आरोप लगाए जा रहे हैं कि पांच अगस्त को राज्य सचिवालय नवान्न में मुख्य सचिव एचके द्विवेदी के साथ आतिशबाजी समिति की बैठक के विवरण में राज्य में लगभग 5,556 अवैध पटाखे बनाने के कारखाने (NGT)  होने का उल्लेख है। यह संख्या और भी अधिक होने की आशंका जताई जा रही है। उक्त बैठक पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगला में हुए विस्फोट के बाद की गई थी। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि राज्य में ग्रीन पटाखा बनाने वाले वैध कारखानों की संख्या सिर्फ सात हैं।

नेशनल कंट्रोल ऑफ एक्सप्लोसिव विभाग की पूर्वांचल शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि बंगाल में अवैध पटाखा बनाने वाले कारखानों को बंद करना असंभव है। इस बारे में राज्य सरकार को सतर्क करने या अभियान चलाने पर राज्य के सत्ताधारी दल की ओर से बाधा दिया जाता है। यह तर्क भी दिया जाता है कि जब रेल हादसे में इतने लोग मारे जाते हैं तो क्या रेल सेवा बंद कर दी जाती है। जब रेल सेवा नहीं बंद होती तो क्यों पटाखा बनाने के कारखाने बंद किए जाए।

विश्वजीत मुखोपाध्याय ने कहा कि अगर अवैध पटाखा कारखाने चलाने के लिए यदि ऐसे तर्क दिए जाने पर हमें सिर्फ विस्फोट होने का इंतजार करने के शिवाय दूसरा कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT)  की ओर से बार-बार सतर्क करने के बावजूद सिर्फ अभियान चलान का आश्वासन देना राज्य सरकार की आदत बन गई है। इसलिए सरकार जगाना बहुत जरूरी है।

पटाखे पर लगा प्रतिबंध

प्राप्त खबरों के अनुसार वर्ष 2011 से अब तक राज्य के विभिन्न जिलों में कुकुरमुत्ते की तरह चल रहे अवैध पटाखा कारखानों में कम से कम 26 विस्फोट हुए हैं। इन विस्फोटों में कम से कम 83 लोगों की जाने गई हैं। विश्वजीत मुखोपाध्याय ने कहा कि इसके बाद भी राज्य सरकार ने अवैध पटाखा कारखानों के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया। नतीजा 27 अगस्त को दत्तपुकुर में अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट हुआ।