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रोड, राम और राजनीति : रायपुर का VIP रोड होगा “राजीव गांधी मार्ग” सियासत शुरू…

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रायपुर। प्रदेश की राजधानी रायपुर के VIP रोड का नाम बदला जाएगा, एयरपोर्ट जाने वाली सड़क को वीआईपी रोड की जगह अब “राजीव गांधी मार्ग” कहा जाएगा। नगर निगम की मेयर इन काउंसिल की बैठक में ये फैसला लिया गया है।

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अब तक इसे राजधानी रायपुर का “VIP रोड” ही कहा जाता रहा है, हालाँकि यहाँ चौक के नज़दीक ही बने श्रीराम मंदिर के बाद से इसे राम मंदिर रोड भी कहा जाता है। अब इस नामकरण पर सियासी दाँवपेंच शुरू हो गया है।

दरअसल रायपुर का VIP रोड जिसे लोग श्रीराम मंदिर मार्ग कह कर भी पुकारते है, उसका नामकरण कर राजीव गांधी मार्ग किए जाने के कांग्रेस सरकार के निर्णय पर पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आपत्ति जताई है।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस मार्ग पर सेंट्रल इंडिया का सबसे भव्य राम मंदिर है। देश प्रदेश के हजारों श्रद्धालु रोजाना यहां आते हैं। लोग इस मार्ग को प्रभु राम मंदिर मार्ग के नाम से पुकारते हैं।

ऐसे में इस मार्ग का विधिवत नामकरण करना ही था तो प्रभु राम के नाम पर कर देते। परंतु गांधी परिवार की चाटुकारिता में प्रभु राम के नाम को पीछे रखने का यह कृत्य घोर आपत्तिजनक है। यह प्रभु राम और हिंदू धर्म का अपमान है।

भव्य राम मंदिर है शहर की पहचान

बृजमोहन ने कहा कि माता कौशल्या की पावन भूमि छत्तीसगढ़ के इस रायपुर शहर में बना यह भव्य राम मंदिर शहर की पहचान है। देश और दुनिया से लोग इस मंदिर को देखने, प्रभु राम का पूजन करने आते हैं। धार्मिक विद्वान इस मंदिर के निर्माण से ही इस अयोध्या में बन रहे प्रभु राम मंदिर के निर्माण से जोड़कर देखते हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार द्वारा मार्ग का नामकरण किसी अन्य के नाम किया जाना अनुचित है।

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खुद को राम भक्त बताने वाले मुखिया भूपेश बघेल की कथनी और करनी में अंतर यहीं पर दिख रहा है। बृजमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद को राम भक्त कहते हैं लेकिन उनका कृत्य यह दिखाता है कि प्रभु राम की प्रति उनके मन में श्रद्धा सिर्फ दिखावा है,राजनैतिक है। अपना नंबर बढ़ाने के लिए प्रभु राम के नाम को नजरअंदाज कर भूपेश बघेल ने खुद को श्रीराम विरोधी साबित कर दिया है।

संतों और सामाजिक संगठनों की थी मांग

VIP रोड में बने श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान यहाँ बड़ी संख्या में साधू संत और सियासतदान पहुंचे थे। इस दौरान भी VIP तिराहे से लेकर एयरपोर्ट तक के रोड का नाम राम मंदिर रोड के नाम से किए जान की मांग यहाँ पहुंचे संतों और विभिन्न सामजिक संगठनों ने भी उठई थी। तब तत्कालीन सरकार ने नेताओं ने इसमें अपनी मौखिक सहमति भी दी थी। जिसके बाद से ही इसे राममंदिर रोड भी कहा जाने लगा था।