अमेरिका। लामाओं से निकले वाला एंटीबॉडी कोरोना वायरस (Corona Virus) का उपचार करने में सहायक होगा। यह दावा अमेरिका के वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों का कहना है, कि लामा का एंटीबॉडी कोविड-19 के इलाज और इसकी रोकथाम की क्षमता है। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसंधानकतार्ओं के अनुसार, ये विशेष लामा एंटीबॉडी नैनोबॉडी कहलाते हैं और आकार में मनुष्य के एंटीबॉडी से बेहद छोटे होते हैं।
भैयाजी ये भी देखे – अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव: गणना में बाइडेन निकले आगे, वोटो की गिनती रूकवाने ट्रंप पहुंचे कोर्ट…
ऊंट की प्रजाति का जानवर
गौरतलब है कि लामा अमेरिकी ऊंट की प्रजाति का एक जानवर है जो आकार में इससे कुछ छोटा होता है। अनुसंधानकतार्ओं ने बताया कि ये एंटीबॉडी, कोविड-19 महामारी (Corona Virus) फैलाने वाले वायरस सार्स-सीओवी-2 को बेअसर करने में बेहद प्रभावी होते हैं और ये बहुत स्थिर भी हैं। गुरुवार को साइंस पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के वरिष्ठ लेखक यी शी ने कहा, प्रकृति हमारी सर्वश्रेष्ठ आविष्कारक है।
भैयाजी ये भी देखे –ब्रिटेन के इस शहर के सभी लोगों का होगा कारोना टेस्ट, कारण है यह…
मास स्पेक्ट्रोमेट्री आधारित तकनीक का अध्य्यन
अनुसंधानकतार्ओं ने वॉली नामक काले रंग के लामा को सार्स-सीओवी-2 बढ़ाने वाले प्रोटीन के एक टुकड़े के साथ प्रतिरोधी बनाया और करीब दो महीने के बाद, इसकी रोग प्रतिरोधक प्रणाली ने वायरस (Corona Virus) के खिलाफ परिपक्व नैनोबॉडी पैदा किया। मास स्पेक्ट्रोमेट्री आधारित तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस अध्ययन के प्रमुख लेखक तथा शी के प्रयोगशाला में अनुसंधान सहायक युफेई शिआंग ने वॉली के रक्त में नैनोबॉडी की पहचान की जिसका सार्स-सीओवी-2 से गहरा जुड़ाव है। अनुसंधानकतार्ओं का दावा है कि ये नैनोबॉडी सार्स-सीओवी-2 के लिए सबसे प्रभावी चिकित्सकीय एंटीबॉडी में से कुछ का प्रतिनिधित्व करते हैं।