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लीवर ट्रांसप्लांट के लिए चाहिए थे 30 यूनिट खून, बढ़े हेल्पिंग हैंड्स और 24 घंटे में ही मिल गए 34 यूनिट

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बिलासपुर। सक्ती के रहने वाले भूपेश अग्रवाल (BILASPUR NEWS) को लीवर संबंधित बीमारी है। इस वजह से डॉक्टरों ने उन्हें लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी। इसके लिए पैसों के साथ-साथ सबसे बड़ी जरुरत थी खून की। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए करीब 30 यूनिट खून की जरुरत बताई थी। इतनी मात्रा में ब्लड जुटाने को लेकर मरीज व उनके परिजन परेशान हो रहे थे, इसी बीच उन्हें हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप के बारे में पता चला।

उन्होंने ग्रुप के सदस्य के माध्यम से हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप के मुखिया अंकित अग्रवाल से संपर्क किया और 24 घंटे में ही करीब 34 यूनिट ब्लड की व्यवस्था कर दी गई। ग्रुप की इस मदद से बुधवार को भूपेश के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए सर्जरी की गई। बीते 6 फरवरी को हेल्पिंग हैंड्स के ग्रुप में एक मैसेज आया कि सक्ती के रहने वाले भूपेश अग्रवाल का 8 फरवरी को लीवर ट्रांसप्लांट होना है, इसके लिए करीब 30 यूनिट खून की जरुरत है। इसमें 20 यूनिट बी पॉजिटिव और 10 यूनिट ओ पॉजिटिव खून लगेगा।

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लीवर ट्रांसप्लांट के दौरान बड़ी मात्रा में खून (BILASPUR NEWS)  की जरुरत होती है, क्योंकि इसमें डोनर व रिसीवर दोनों को ही खून चढ़ाया जाता है। मैसेज आते ही ग्रुप के सदस्य एक्टिव हो गए और 6 व 7 फरवरी को रक्तदान करने के लिए पहुंच । कई सदस्य तो करीब 40 किमी दूर से ब्लड डोेनेट करने पहुंचे थे। इस दौरान ग्रुप के संरक्षक बंटी सोनी, महिला विंग की अध्यक्ष भारती मोदी, बबिता अग्रवाल, ज्योति अग्रवाल आदि ने रक्तदान कराया।

कोविड के दौरान बनाया ग्रुप

हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप की स्थापना कोविड के दौरान (BILASPUR NEWS)  लोगों की मदद के लिए की गई थी। लोग इससे जुड़ते गए और अब इनका संपर्क देश के हर कोने में है। यही वजह है कि ग्रुप में मैसेज आते ही हजारों किलोमीटर दूर लोगों को मदद पहुंचा दी जा रही है। हाल ही में हैदराबाद में रायपुर निवासी एक बुजुर्ग के ओपन हार्ट सर्जरी के दौरान खून की जरुरत पड़ने पर तत्काल व्यवस्था कर दी गई थी।

12 घंटे से ज्यादा चला ऑपरेशन

लीवर ट्रांसप्लांट के लिए हैदराबाद से डाॅक्टरों की टीम भी बुलाई गई थी। सर्जरी करीब 9 बजे के बाद शुरू हुई। इसमें डोनर भूपेश की पत्नी रहीं। पहले उनका ऑपरेशन किया गया। इस ऑपरेशन में ही करीब 7 घंटे लग गए। दोपहर बाद करीब 4 बजे भूपेश की सर्जरी शुरू की गई। बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन में करीब 12 घंटे से ज्यादा समय लगा।