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मानसून सत्र : जल जीवन मिशन पर बिफरे विपक्ष का वॉकआउट, जाँच की मांग…

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने तीखे तेवर दिखाए है। प्रश्नकाल में विपक्ष ने जल जीवन मिशन को लेकर पीएचई मंत्री समेत सरकार को घेरा और जमकर नारेबाजी की। भाजपाई विधायकों ने राज्य सरकार पर केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही का भी आरोप लगाया। इन सब के साथ ही मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होने के बाद विपक्ष के तमाम विधायकों ने सदन से वॉकआउट भी किया।

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सदन में विधायक रंजना साहू ने जल जीवन मिशन में घरेलू नल कनेक्शन देने का लक्ष्य पूरा नहीं होने का मामला उठाया। जिस पर मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने कोविड और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का हवाला देते हुए निर्धारत लक्ष्य का पूरा नहीं होने की बात कहीं।

इस पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कि 2019-20 और 20-21 में कितनी फ़ीसदी केंद्रांश की राशि मिली और कितनी खर्च हुई ? राज्यांश की कितनी राशि मिली ? जिस पर मंत्री ने जवाब दिया। मंत्री के जवाब के बाद चंद्राकर ने तर्क दिया कि राज्यांश नहीं दिए जाने की वजह से योजना का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। मंत्री ने कहा कि “केंद्र के नियम बार-बार बदलते रहे, इस वजह से भी देरी हुई है। नक्सल एरिया में ठेकेदारों के नहीं जाने की वजह से भी देरी हुई।

विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण पहलू ये है कि तीन सालों के लक्ष्य के अनुपात में राज्यांश नहीं दिया गया है। पीएचई के ठेकेदारों को पाँच-पाँच महीने तक पेमेंट नहीं दिया जा रहा है। केंद्रीय नियम के तहत हर दिन यदि पाँच हज़ार कनेक्शन नहीं दिया जाएगा तो केंद्रांश रोक दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहा।
मंत्री ने कहा कि केंद्रांश चार महीने तक रोक दिया था। राज्यांश देने के बाद केंद्र ने पैसा भेजा। अजय चंद्राकर ने कहा कि ये योजना छत्तीसगढ़ में दम तोड़ देगी।

बृजमोहन ने उठाई जाँच की मांग

विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सदन की कमेटी से जाँच कराने की माँग की। उन्होंने ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों को स्वच्छ जल देने से जुड़ा ये मामला है। जीवन स्तर ऊपर उठाने का मामला है। विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने इस योजना पर उँगली उठाई है।

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वहीं विधायक रजनीश सिंह ने कहा कि तीन सालों में केंद्रांश और राज्यांश की कितनी राशि इस योजना में आई है और कितनी राशि खर्च हुई। इस पर पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी सदस्यों ने वॉकआउट किया।