नई दिल्ली। GST काउंसिल की बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि “18 जुलाई से कई चीजों के दाम बढ़ जाएंगे। 18 जुलाई से तय की गई वस्तुओं के दाम में बदलाव भी हो गया।
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इस बीच आटा, चावल, दाल जैसी चीजों पर लगी जीएसटी को लेकर लोगों में हुए कंफ्यूजन को दूर करते हुए वित्त मंत्री ने बड़ी जानकारी दी है।
वित्त मंत्री सीतारमण ने एक के बाद एक लगातार 14 ट्वीट कर GST काउंसिल के फैसलों को समझाया है। वहीं कुछ राहत देने की भी जानकारी उन्होंने अपने ट्वीट की श्रृंखला में दी है। वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने 14 ट्वीट में कुछ जरूरी अनाजों की सूची पोस्ट कर उनसे जीएसटी हटाए जाने की जानकारी साझा की है।
वित्त मंत्री ने लिखा कि इन खाद्य पदार्थों को खुले में बेचने पर उन पर किसी भी तरह का जीएसटी चार्ज नहीं लगेगा। यानी आप अगर इन्हें खुले में खरीदेंगे तो किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसमें दाल, गेहूं, राई, ओट्स, मकई, चावल, आटा, सूजी, बेसन, मूढ़ी, दही और लस्सी जैसे सामान शामिल है।
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— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) July 19, 2022
खाद्यान्न में पहली बार नहीं लगे है कर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने ट्वीट में कहा कि “खाद्य पदार्थों पर कर लगाना नया नहीं है। क्या यह पहली बार है, जब इस तरह के खाद्य पदार्थों पर कर लगाया जा रहा है ? नहीं !
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राज्य जीएसटी व्यवस्था शुरू होने से पहले खाद्यान्न से महत्वपूर्ण राजस्व एकत्र कर रहे थे। अकेले पंजाब ने खरीद कर के रूप में खाद्यान्न पर 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की, जबकि उत्तर प्रदेश ने 700 करोड़ रुपये जुटाए है।”
Is this the first time such food articles are being taxed? No. States were collecting significant revenue from foodgrain in the pre-GST regime. Punjab alone collected more Rs 2,000 cr on food grain by way of purchase tax. UP collected Rs 700 cr. (2/14) pic.twitter.com/T5G6FZ6lv5
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) July 19, 2022