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बड़ी ख़बर : हसदेव मामलें में ग्रामीणों से बोले मंत्री टीएस सिंहदेव, मैं आपके साथ…नहीं काटने देंगे जंगल

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अंबिकापुर। अंबिकापुर में आज सूबे के स्वास्थ्य और ग्रामीण एवं पंचायत विकास मंत्री टीएस सिंहदेव हसदेव अरण्य को बचाने के लिए प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों से मिलने पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से इस मामलें में खुलकर चर्चा की। इधर सूबे में सिंहदेव के हसदेव बचाने वाले लोगों के बीच पहुंचने के बाद सियासी खलबली मच गई है।

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दरअसल राजस्थान पावर लिमिटेड के नए खदान का विरोध कर रहे ग्रामीणों से आज घाटबर्रा एवं परसा में उदयपुर ब्लॉक में मंत्री सिंहदेव पहुंचे थे। प्रस्तावित नवीन कोल खदानों को खोलने के विरुद्ध व वनों की कटाई को रोकने एकजुट हुए ग्रामीणों से मुलाकात की।

इस दौरान ग्रामीणों ने वहां सिंहदेव से खुलकर चर्चा की। ग्रामीणों ने सिंहदेव से इस खदान को रोकने और पेड़ों को काटे जाने को लेकर गहरी नाराज़ी जताई, ग्रामीणों से एक स्वर में इस खदान को निरस्त करने की बात सिंहदेव से कही है।

नहीं काटने देंगे जंगल-सिंहदेव

इधर मंत्री टीएस सिंहदेव यहां ग्रामीणों से मुलाकात से पहले कटे हुए पेड़ों का जायजा लिया। ग्रामीणों से चर्चा करते हुए मंत्री सिंहदेव ने कहा कि सभी ग्रामीण पहले एक हो, मैं आपके साथ हूं। किसी भी हालत में जंगल की कटाई नहीं करने देंगे।

कोल उत्खनन कंपनी के ऊपर भी सिंहदेव ने कई सवाल उठाए हैं।गौरतलब है कि मंत्री टीएस सिंहदेव के भतीजे व सरगुजा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष आदेश्वर शरण सिंह देव पहले से ही खदानों के विरोध में ग्रामीणों के साथ है। उनके द्वारा कुछ दिनों पहले ही पुनः जनसुनवाई करवाने को लेकर कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन सौंपा गया था।

12 सौ हेक्टेयर में खुलेगी खदान, 30 साल चलेगी

राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादक निगम लिमिटेड के लिए अडानी कोयला माइनिंग करेंगी और यहां इससे 12 सौ हेक्टेयर जमीन खदान में जा रही है।

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इसमें 841 हेक्टेयर जंगल साफ हो जाएगा। वहीं चार गांव के 1 हजार लोग यानी 250 परिवार विस्थापित हो जाएंगे। वहीं 30 सालों तक प्रति वर्ष यहां से पांच मिलियन टन कोयला निकालने की तैयारी है।