नई दिल्ली। भारत की सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) का आज निजीकरण हो गया। टाटा संस ने घाटे में चल रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के लिए सबसे ज़्यादा बोली लगाकर एयर इंडिया को दोबारा अपने अधिपत्य में ले लिया था।
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जिसके बाद टाटा समूह के विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) में 68 साल बाद “घर वापसी” हो गई। टाटा समूह ने 1932 में अक्टूबर के महीने में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी। 1953 में इसे भारत सरकार ने अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया था।
Your arrival was much awaited, @airindiain. #AirIndiaOnBoard #ThisIsTata pic.twitter.com/OVJiI1eohU
— Tata Group (@TataCompanies) January 27, 2022
इस संबंध में मीडिया से चर्चा करते हुए भारत सरकार के निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि “एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया आज समाप्त होती है। शेयरों को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया गया है, टैलेस प्राइवेट लिमिटेड एयर इंडिया की नई मालिक है। एयर इंडिया अब सरकार के अधीन नहीं रहा।”
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Air India को विश्व स्तर पर बनाने के लिए काफी उत्सुक
इधर टाटा सन्स के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरण ने कहा कि “हम पूरी तरह से ख़ुश हैं कि यह प्रक्रिया पूरी हो गई है और एयर इंडिया वापस से टाटा समूह के अंतर्गत आ रही है। हम सबके साथ मिलकर एयरलाइन को विश्व स्तर पर बनाने के लिए काफी उत्सुक हैं।”
#FlyAI: A brand new chapter unfolds for Air India as part of the Tata Group.
Two iconic names come together to embark on a voyage of excellence.
Looking forward to soaring high propelled by our rich legacy & a shared mission to serve our Nation.
Welcome Aboard. @TataCompanies pic.twitter.com/iCVh5ewI7q
— Air India (@airindiain) January 27, 2022