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अब पेटीएम स्कूप एप से ठग फैला रहे मायाजाल, रहे सावधान

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रायपुर। आनलाइन ठगी के अलग-अलग तरीकों में पेटीएम स्कूप एप का नया फार्मूला अपनाकर ठग (THAG) सक्रिय हो गए। पेटीएम स्कूप नामक एप के जरिए ठग कोई भी ट्रांजेक्शन करते समय खाते में रकम ट्रांसफर का मैसेज दिखा रहे हैं लेकिन वास्तव में यह खाते में रकम नहीं जा रही है। इसके कारण आए दिन लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने भी सतर्कता जारी करके लोगों को जागरूक और सावधान रहने के लिए कहा है।

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हूबहू पेटीएम की तरह काम करता

दरअसल यह हूबहू पेटीएम की तरह काम करता है। आम आदमी भी इस एप के जरिए पेमेंट कर रहे हैं और ठगी का शिकार बन रहे हैं। इसमें पेमेंट के दौरान सक्सेस का मैसेज दिखाया जा रहा, लेकिन आप (THAG) के खाते में पैसा नहीं आते। आप सावधान हो जाएं। साइबर पुलिस ने लोगों को बचने के लिए वीडियो जारी किया है। सब को अलर्ट रहने कहा है।

इन तरह से एप करता है काम

पेटीएम स्कूप एप पहले से मोबाइल में डाउनलोड कर रखते हैं। इसके बाद दुकान में सामान लेंगे। पैसे पेमेंट के दौरान नाम और मोबाइल नंबर पूछा जाएगा। यह दोनों प्रक्रिया करने के बाद उसमें पैसे भरने का आप्शन आएगा। वह डालने के बाद सेंड कर देगा। आप को सक्सेस का मैसेज भी दिखा देगा। लेकिन ध्यान रहे आप के खाते में यह पैसा नहीं जाता है।

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स्टेशन और भीड़ वाली जगह में फायदा

ज्यादातर ये लोग स्टेशन और भीड़भाड़ वाली जगह में ऐसा करते हैं।यहां लोग जल्दी में रहते हैं, इसका फायदा उठाते हैं, सामान लेंगे और पेटीएम के लिए नाम, नंबर की जानकारी लेंगे। इसके बाद पेमेंट सक्सेस का मैसेज दिखा देंगे।

क्यूआर कोड से ठगी

फ्राड की शुरुआत किसी प्रोडक्ट को आनलाइन बिक्री के लिए एक वेबसाइट (THAG)  पर पोस्ट करने के बाद से होती है। जब फ्राड खरीदारों के तौर एक क्यूआर कोड को जेनरेट करते है और उसे अग्रिम या टोकन मनी का भुगतान करने के लिए शेयर करते हैं। वे फिर एक ज्यादा राशि के साथ एक क्यूआर कोड बनाते हैं और इसे वाट्सएप या ईमेल के जरिए खरीदने वाले व्यक्ति के साथ शेयर करते हैं। इसके बाद फ्राडस्टर यूजर से उसे स्केन करके पैसा ट्रांस्फर करने के लिए कहते हैं। फोटो गैलरी से क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद, पीड़ित को भुगतान के साथ आगे बढ़ने के लिए बोला जाता है। इस दौरान यूजर जैसे ही यूपीआइ पिन डालता है, उसके बैंक खाते से पैसे कट जाते हैं।