बलौदाबाजार। भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के आर्थिक सलाहकार कल्याणी मिश्रा एवं संयुक्त सचिव श्रैलेन्द्र मिश्रा ने मनरेगा के कामों को देखने के लिए छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे हुए है। यहाँ उन्होंने बलौदाबाजार भाटापारा जिले के हरिनभट्टा (पलारी) एवं बलौदा (कसडोल) का दौरा किया।
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उन्होंने इन ग्रामों में योजना से लाभान्वित ग्रामीण मजदूरों और छोटे किसानों से मुलाकात कर योजना से उनके जीवन में आये बदलाव एवं योजना की उपयोगिता की जानकारी ली। इसके साथ ही मनरेगा के अंतर्गत जिले में बड़ी संख्या में सिंचाई से जुड़ी संरचना निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त की।
अल्प एवं खण्ड वर्षा की स्थिति में मनरेगा के अंतर्गत बनाई गई सिंचाई नहर, कुआं एवं डबरी काफी उपयोगी साबित हो रही हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर सुनील कुमार जैन से भी मुलाकात कर मनरेगा में अच्छे कार्य एवं व्यवस्थित रख-रखाव के लिए जिला प्रशासन एवं जिला पंचायत की सराहना की।
#गढ़बो_नवा_छत्तीसगढ़ केन्द्रीय दल ने मनरेगा का काम देखने ग्रामीण इलाकों का किया दौरा
अल्प बारिश के हालात में काफी उपयोग साबित हो रहे मनरेगा निर्मित नहर नाली एवं डबरियां
जिले में मनरेगा के काम एवं रख-रखाव की केन्द्रीय दल ने की सराहना @DPRChhattisgarh @shaileshINC @bhupeshbaghel pic.twitter.com/QR1AcD6cSj— Balodabazar-bhatapara (@BalodaBazarDist) August 27, 2021
केन्द्रीय ग्रामीण विकास विभाग की आर्थिक सलाहकार कल्याणी मिश्रा ने पलारी विकासखण्ड के ग्राम हरिनभट्ठा से दौरे की शुरूआत की। उन्होंने बकरीपालन के हितग्राही एवं ग्रामीण श्रमिक दुकालु यादव के निवास पहुंचकर उनका हाल-चाल पूछा। मनरेगा के अंतर्गत उनके घर के एक हिस्से में बकरी शेड का निर्माण किया गया है। शेड बन जाने से वह सुरक्षित तरीके से बकरीपालन का कार्य कर रहा है। उसने बताया कि पिछले साल वह पांच बकरी बेचकर 20 हजार रूपये की आमदनी अर्जित की है। पैसा आने से समाज में उसकी पूछ-परख भी बढ़ी है।
गहरीकरण से बढ़ी जलभराव क्षमता
इसके साथ ही गांव के तालाब में मनरेगा योजना से गहरीकरण होने पर जलभराव क्षमता बढ़ी है। जिससे डेढ़ दर्जन किसानों की 25 एकड़ खेत में सिंचाई भी सम्भव हुई है। सिंचाई के लिए नहर निर्माण किये जाने से भी ग्राम के किसानों के 40 एकड़ खेत में सिंचाई हो रही है। अल्पबारिश के हालात में मनरेगा के इस तरह के काम किसानों के लिए संजीवनी साबित हो रहे हैं।
मनरेगा से कुएं का निर्माण
उन्होंने ग्राम के सीमांत किसान मनोहर से भी मुलाकात कर उनके जीवन-यापन के तौर-तरीकों में आये बदलाव की जानकारी ली। मनोहर के खेत में मनरेगा से कुएं का निर्माण किया गया है। इससे वह खरीफ में फसल बचाने के साथ ही अन्य मौसम में साग-भाजी उगाता है।
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पिछले सालों में उसे लगभग 1 लाख रूपये की आमदनी हुई है। उन्होंने ग्राम में निर्मित प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास और मनरेगा के सहयोग से निर्मित सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया।