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बच्चों की मौत मामलें पर अंबेडकर अस्पताल की सफाई, नहीं हुई ऑक्सीजन की कमी

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रायपुर। जिला अस्पताल पंडरी में हुए बच्चों की मौत के मामलें में अब अंबेडकर अस्पताल ने स्प्ष्टीकरण दिया है। उन्होंने 7 बच्चों की मौत के मामलें को खारिज करते किया है। साथ ही केवल दो बच्चों की मौत होना बताया है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल के बाल्य एवं शिशु रोग विभाग द्वारा जिला अस्पताल पंडरी में नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) का संचालन किया जाता है।

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अस्पताल की तरफ से ज़ारी बयान में ये स्पष्ट किया गया है कि मंगलवार को नवजात शिशुओं की मौत से संबंधित समाचार तथ्यों से परे, भ्रामक एवं अतिरंजित है। समाचार में 7 नवजात शिशुओं के मौत की बात कही जा रही है, जबकि अस्पताल के नियोनेटल केयर यूनिट में मृत नवजात शिशुओं की संख्या केवल 2 है।

वहीँ इन दो बच्चों की मौत के मामलें में अस्पताल का कहना है कि दोनों बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। नवजात शिशु इकाई में उस समय 7 शिशु वेंटिलेटर पर थे और अन्य 15 ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। इनमें से किसी भी शिशु की मृत्यु नहीं हुई है।

पहले नवजात जिसकी मृत्यु हुई वह बेबी ऑफ केसरी धीमर (Male Child), दुर्ग जिले के सूरपा नामक स्थान से संबंधित है तथा दूसरा नवजात माना बस्ती निवासी बेबी ऑफ जानकी सिन्हा से संबंधित है। इस प्रकार केवल 2 शिशुओं की ही मौत हुई है।

नवजातों की मौत ये बताई वज़ह

जिन दो शिशुओं की मृत्यु हुई है उनमें से पहला शिशु बेबी ऑफ केसरी धीमर 18 जुलाई को रात 1.00 बजे से भर्ती था। उसका वजन केवल 1.4 किलोग्राम था वो जन्म से ही अत्यंत कमजोर और भर्ती के दिन से ही वेंटिलेटर पर था। उसकी मृत्यु मंगलवार को सायं 6.30 बजे हुई।

वहीं दूसरा शिशु बेबी ऑफ जानकी सिन्हा का था। माना बस्ती निवासी गर्भवती महिला जानकी सिन्हा पति घनश्याम सिन्हा को माना स्वास्थ्य केंद्र से रिफर कराकर परिजनों द्वारा जिला अस्पताल स्थित स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में सोमवार की सुबह 7.45 भर्ती कराया गया जहां पर सुबह 9.12 मिनट पर उन्होंने एक शिशु (लड़का / Male Child )को जन्म दिया। यह प्रसूता जानकी सिन्हा का चौथा बच्चा था।

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जन्म के तुरंत बाद शिशु नहीं रोया और ना ही कोई प्रतिक्रिया दी। नवजात के दिमाग तक ऑक्सीजन का प्रवाह नहीं होने के कारण उसे झटके आने लगे थे। पल्स भी बहुत कम था। अतः शिशु की गंभीर स्थिति को देखते हुए फौरन नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट/ NICU ) में शिफ्ट किया गया जहां पर शिशु का उपचार जारी था। नवजात की गंभीर हालत के बारे में उनके पिता घनश्याम सिन्हा को पूरी जानकारी दी गई थी। इसी दौरान मंगलवार 20 जुलाई को शाम 8 से 9 बजे के बीच शिशु की उपचार के दौरान ही मौत हो गई।