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बड़ी ख़बर : तपोवन पहुंची राज्यपाल, नदी में जलस्तर बढ़ने से रुके बचाव कार्य

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चामोली। उत्तराखंड में आए बाढ़ के बाद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन ज़ारी है। इस बीच प्रदेश की राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष तपोवन (Tapovan) पहुंच कर हालात का जायज़ा लिया है।

उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने चमोली ज़िले के तपोवन में प्रभावित इलाकों का दौरा किया है।

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इस दौरे के दौरान राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि “हम लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं। यह प्राकृतिक आपदा है जो किसी के वश में नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना है कि अंदर फंसे लोग जल्दी बाहर आएं।”

वहीं गढ़वाल DIG नीरू गर्ग ने तपोवन (Tapovan) सुरंग में बचाव कार्य पर मीडिया से जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि “सब यही कोशिश कर रहे हैं कि हम आगे से आगे पहुंच पाएं।

पहले गति अच्छी थी, परन्तु अब तरल ज्यादा हो गया है, जितना हम साफ कर रहे हैं अंदर से उतना ज्यादा तरल निकल रहा है। प्रयास जारी है, उम्मीद है कि 180 मीटर के आसपास वो लोग मिल जाएं।

Tapovan : ऋषिगंगा नदी में बाद की स्थिति

इधर चामोली के ऋषिगंगा नदी का जलस्तर भी अचानक बढ़ रहा है। जिसके चलते आसपास के इलाकों में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों को रोका गया है। चामोली जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए अलर्ट भी ज़ारी किया गया है।

चामोली पुलिस ने ऋषिगंगा नदी के आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सचेत रहने कहा है। वही ऐसे लोगो को हटाया जा रहा है जिनके इस बाढ़ में फसनें या फिर प्रभावित होने की संभावनाएं है। चामोली पुलिस ने लोगों से निवेदन है कि वे घबराएं नहीं अलर्ट रहें।

घटना से सबक की समीक्षा हो – डॉ.जोशी

इस हादसे के बाद पर्यावरणविद डॉ. अनिल प्रकाश जोशी भी आज तपोवन पहुंचे थे। जहाँ उन्होंने बाद के बाद बने हालात देखे। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि “यह मात्र उत्तराखंड के लिए संकेत नहीं है बल्कि पूरे देश का सवाल है।

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हम प्रकृति के विज्ञान को न मानते हैं न समझते हैं। यह प्रकृति को न समझने की भूल है। सवाल सरकारों से है कि केदारनाथ और इस घटना के बाद हमने क्या सबक लिया। इसकी समीक्षा होनी चाहिए।”