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सेक्स सीडी कांड : सरकार को पक्षकार बनाने CBI का आवेदन, 5 मार्च तक टली सुनवाई

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नई दिल्ली / रायपुर। छत्तीसगढ़ के कथित सेक्स सीडी कांड (Sex CD Scandal)में सुप्रीम कोर्ट अब 5 मार्च को सुनवाई करेगा। हालाँकि ये सुनवाई 11 फरवरी यानि आज होनी थी,

लेकिन सीबीआई द्वारा लगाई गई एक अर्ज़ी के बाद कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई के लिए अगली तारीख़ 05 मार्च 2021 की मुकर्रर की है।

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गौरतलब है कि सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित कथित सेक्स सीडी मामले की सुनवाई (ट्रायल) को छत्तीसगढ़ से स्थानांतरित करने के लिए ये याचिका दायर की थी। जिसकी सुनवाई के लिए आज 11 फरवरी की तारीख कोर्ट ने तय की थी।

आज सुनवाई से ठीक पहले ही सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने एक और अर्ज़ी दाखिल की है। जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार को भी पार्टी बनाए जाने की मांग सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से की है। जिसके चलते सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई अब 5 मार्च 2021 तक के लिए आगे बढ़ा दी है।

गौरतलब है कि सीबीआई ने इस याचिका में मामले का ट्रायल दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने के लिए अपनी बातें और मत रखी थी। सेक्स सीडी कांड (Sex CD Scandal) में सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में ज़िरह करने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अपनी दलीलें रखी थी।

उन्होंने कोर्ट को बताया कि इस मामले से जुड़े कुछ गवाहों को धमकी दी जा रही है, क्योंकि एक आरोपी छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री और प्रभावशाली व्यक्ति है। मेहता ने कहा कि कुछ गवाह दिल्ली और बंबई के हैं और उन्होंने शीर्ष अदालत से आग्रह किया कि वे मुकदमे को छत्तीसगढ़ से बाहर, दिल्ली शिफ्ट करें।

इस मामलें की सुनवाई न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ में चल रही है। जिन्होंने सुनवाई के दौरान कहा कि मामलों को अंतिम निपटान के लिए 11.02.2021 को सूचीबद्ध किया था।

Sex CD Scandal में सरकार भी पक्षकार

इधर सेक्स सीडी कांड में सह-आरोपी कैलाश मुरारका की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता ए.एन.एस. नादकर्णी ने सरकार को पार्टी बनाने की मांग पहले हुई जिरह के दौरान किया था।

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नादकर्णी ने कोर्ट में कहा था कि अगर छत्तीसगढ़ को याचिका में पक्षकार के रूप में शामिल किया जाता है, तो यह उचित होगा। क्योंकि राज्य सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाए गए हैं। नादकर्णी की इस दलील पर पीठ ने कहा कि वह अगली सुनवाई में इस पहलू की जांच करेगी।