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एसपी-आईजी कॉन्फ्रेंस : नशे की तस्करी रोकने करे मीटिंग, चिटफंड में भी दिखाए सख्ती

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज एसपी-आईजी की कॉन्फ्रेंस में एक बात तो फास कर दी की है के वो नशे के सख्त खिलाफ है। गांजा तस्करी, अवैध शराब, हुक्का बार जैसे तमाम मामलों में उन्होंने जिले के पुलिस कप्तानों को ताबड़तोड़ कार्यवाही करने के लिए कहा है।

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सीएम ने दो टूक कहा कि प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित हों। प्रदेश में नशे के कारोबार को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश उन्होंने दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने चाहिए। उन्होंने कहा कि गाँजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए।

इतना ही नहीं गांजे की खेप रोकने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नशीले पदार्थों पर प्रभावी रोकथाम हेतु सीमावर्ती राज्यों ओडिशा, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान के अधिकारियों के साथ आईजी-एसपी को बैठक करने के निर्देश दिए हैं।

चिटफंड केस में लाए तेज़ी

सीएम ने प्रदेश के तमाम चिटफंड कंपनियों को लेकर भी अफसरों से रिपोर्ट तलब की। इस रिपोर्ट में अफसरों ने बताया कि अब तक चिटफंड कंपनियों के 774 डायरेक्टर और पदाधिकारी गिरफ़्तार किए गए हैं। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने सभी एसपी-आईजी को चिट फंड कंपनियों के शेष फ़रार डायरेक्टर और पदाधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।

इसके लिए मुखिया बघेल ने सभी एसपी को इसके लिए एक समय सीमा तय कर कार्रवाई करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर और एसपी आपसी समन्वय कर चिट फंड कंपनियों की अन्य सम्पत्तियों को चिंहांकित कर करें उन्हें तत्काल कुर्क करने की कार्रवाई करें।

हत्या के मामलों में आई कमी

आईजी एसपी कॉन्फ्रेंस में अपराध के विभिन्न मामलों के आंकड़ें भी सीएम भूपेश बघेल ने अफसरों से तलब किए थे। इन आंकड़ों को सीएम समेत तमाम लोगो के समक्ष पेश किया गया।

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बैठक में अधिकारियों ने बताया कि हत्या के प्रकरणों में 2011 की तुलना में आज की स्थिति में 32 प्रतिशत कमी आई है, तथा हत्या के प्रयास में 2011 की तुलना में आज की स्थिति में 37 प्रतिशत कमी आई है।