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भारत-बांग्लादेश के बीच शुरू हुई रेल सेवा, हसीना से बोले मोदी-संबंधों को करेंगे मजबूत

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नई दिल्ली। भारत-बांग्लादेश (India-Bangladesh) के बिच आज हुए शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के बीच रेल सुविधाओं को एक बार फिर शुरू किया गया है।

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तक़रीबन 55 सालों से बंद पड़ी इस सेवा की शुरुवात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ये ऐतिहासिक कदम उठाया है।

इधर पीएम मोदी ने इस शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए दोनों देशो के संबंधों को और मज़बूत करने की बात कही है।

भारत-बांग्लादेश (India-Bangladesh) के बिच हुए शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “विजय दिवस के तुरंत बाद आज हमारी मुलाकात और भी अधिक महत्व रखती है। एंटी लिब्रेशन फोर्सेस पर बांग्लादेश की ऐतिहासिक जीत को आपके साथ विजय दिवस के रूप में मनाना हमारे लिए गर्व की बात है।”

उन्होंने कहा कि “बांग्लादेश हमारी “नेबरहुड फर्स्ट नीति” का प्रमुख स्तंभ है। बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए मेरे मन में पहले दिन से एक विशेष प्राथमिकता रही है।”

पीएम मोदी ने कहा कि “स्वास्थ्य के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी हमारी विशेष साझेदारी निरंतर आगे बढ़ती रही है। लैंड बॉर्डर ट्रैड में बाधाओं को हमने कम किया, दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी का विस्तार किया, ये सब हमारे संबंधों को और अधिक मजबूत करने के हमारे इरादों को दर्शाता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि “वैश्विक महामारी के कारण ये वर्ष चुनौतीपूर्ण रहा है लेकिन संतोष का विषय है कि भारत और बांग्लादेश (India-Bangladesh) के बीच अच्छा सहयोग रहा है। वैक्सीन के क्षेत्र में भी हमारे बीच अच्छा सहयोग चल रहा है। इस सिलसिले में हम आपकी आवश्यकताओं का भी विशेष ध्यान रखेंगे।”

India-Bangladesh के बीच शुरू की रेल सेवा

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने मिलकर चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी रेल मार्ग को एक बार शुरू किया है। तक़रीबन 55 वर्षों बाद एक बार फिर इस रेल मार्ग को खोला गया है। ये रेल मार्ग कूच, बिहार और बांग्लादेश के चिलाहाटी को जोड़ेगा।

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सन 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान इस रेल मार्ग बंद करने का फैसला लिया गया था। बांग्लादेश उस समय अस्तित्व में नहीं था वो तत्कालीन पाकिस्तान के हिस्से में ही था।