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किसान आंदोलन के खिलाफ छत्तीसगढ़ में बैठेगी “महापंचायत”

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रायपुर। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में जुटे किसानों (Farmer) का खिलाफ छत्तीसगढ़ में महापंचायत बैठने की तैयारी है। इस महापंचायत का आयोजन भाजपा कर रही है।

इसके साथ ही गांव गांव तक पहुंचकर भी भाजपा कृषि कानून के फायदें को किसान (Farmer) और जनता को बताने का अभियान छेड़ने वाली है।

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विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने एक प्रेस वार्ता में इस बात की जानकारी दी। कौशिक ने इस दौरान कांग्रेस और किसान आंदोलन को समर्थन देने वाले सियासी दलों पर भी निशाना साधा है।

कौशिक ने कहा कि “केंद्र सरकार के मंत्री किसानों से लगातार बात कर रहे है। उनके सवाल और शंकाओं का भी निराकरण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि “किसानों (Farmer) की सबसे अहम मांग है एमएसपी…जिस पर भी हमारे मंत्री ने स्पष्ट किया है कि कभी एमएसपी खत्म नहीं होगा। और न ही मंडियों को खत्म किया जाएगा।

जमीन नहीं जाएगी, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में किसान को अधिकार है कि वो कभी इसे रद्द कर सकते हैं। विवाद पैदा होने की स्थिति में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट को निराकरण का अधिकार दिया गया है।”

Farmer के लिए अभियान की शुरुआत

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बताया कि भाजपा कृषि कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान चलाएगी। जिसके तहत 14 दिसंबर से 16 दिसंबर तक प्रदेशस्तरीय अभियान चलाए जाएंगे।

14 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालाय में भाजपा नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। जिसमें वे कृषि कानून की खूबियां को गिनाएंगे। 15 दिसंबर को प्रदेश के हर धान खरीदी केंद्र पर भाजपा किसान पंचायत लगाएगी।

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वहीं 15 दिसंबर को ही 3 स्थान पर भाजपा द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। 16 दिसंबर को बीजेपी सोशल मीडिया पर समर्थन अभियान चलाएगी।