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छत्तीसगढ़ में ब्रेक के बाद फिर लौटा मानसून, बारिश के आसार

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों के ब्रेक के बाद अब वापस से मानसून (MAUSAM) की गतिविधियां बढ़ने वाली है। बुधवार से अगले तीन दिनों तक वर्षा की गतिविधियों में उत्तर छत्तीसगढ़ में वृद्धि होने के आसार है। इसके अलावा प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ ही छींटे पड़ने की संभावना है।

वहीं, अधिकांश स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही राजधानी में मौमस मेघमय रहने के साथ ही संध्या या रात्रि तक शहर के कुछ भाग में वर्षा होने के आसार हैं। साथ ही अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।

वहीं, मंगलवार को उत्तरी छत्तीसगढ़ (MAUSAM) में बारिश देखने को मिली। सर्वाधिक 9 सेमी की वर्षा पेंड्रा में देखने को मिली। हालांकि मध्य सहित दक्षिणी छत्तीसगढ़ का इलाका सूखा रहा। राजधानी में दिनभर तेज धूप और उमस ने लोगों को परेशान किया। इसी बीच प्रदेश में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस तिल्दा में, जबकि न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस नारायणपुर में दर्ज किया गया।

इन क्षेत्राें में हुई वर्षा

उत्तरी छत्तीसगढ़ में मंगलवार से ही मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। इस हिसाब से पेंड्रा में सर्वाधिक नौ सेमी, कुसमी में आठ सेमी, पेंड्रा रोड में सात सेमी, चांपा, पंडरिया, रामानुजगंज, बैकुंठपुर में तीन सेमी, डभरा, भैयाथान, सरायपाली, जैजैपुर, शिवरीनरायण, बरमकेला, बगीचा, सारंगढ़, धरमजयगढ़ में दो सेमी, कोरबा, प्रेमनगर, सक्ती, जांजगीर, खरसिया, केशकाल सहित अन्य क्षेत्रों एक और इसके अलावा कुछ क्षेत्राें में एक सेमी से भी कम वर्षा दर्ज की गई।

इस तरह का बन रहा सिस्टम

उत्तर-पश्चिम और उससे लगे मध्य बंगाल (MAUSAM) की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण स्थित है। एक निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तट में बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में 7.6 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है और दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। जिसके अगले दो दिनों में ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं, मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, सीधी, रांची तथा निम्न दाब का क्षेत्र और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक विस्तारित है।