नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अब कड़कनाथ (Kadaknath) मुर्गे फार्मिंग करने का मन बनाया है। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब उन्होंने रांची में मुर्गा फार्मिंग की प्लानिंग की है।
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माही कड़कनाथ (Kadaknath) ब्रीड के मुर्गे की फार्मिंग करने की तैयारी कर चुके है। उन्होंने इसके लिए दो हजार चूजे खरीदने का ऑर्डर भी दे दिया है। धोनी को झाबुआ के आदिवासी किसान ये सप्लाई देंगे, जो स्थानीय तौर पर खुद भी फार्मिंग कर रहे है।
सूत्रों के अनुसार महेंद्र सिंह धोनी अपने ग्रह नगर रांची में कड़कनाथ मुर्गा पालने का मन बनाया। धोनी ने यह चूजे खरीदने के लिए झाबुआ के आदिवासी किसान विनोद मेंड़ा को उन्होंने एडवांस पेमेंट भी कर दिया है। खबर ये भी है के धोनी ने दो हजार चूजे 15 दिसंबर तक रांची भेजने का ऑर्डर दिया है।
झाबुआ के कड़कनाथ (Kadaknath) मुर्गा अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. आईएस तोमर ने कहा कि “महेंद्र सिंह धोनी ने अपने दोस्तों के जरिए संपर्क किया है। केंद्र में समय पर चूजे नहीं थे, इसलिए उन्हें झाबुआ के थांदला के आदिवासी किसान से संपर्क करने को कहा गया जो कड़कनाथ मुर्गे की फार्मिग करते हैं।”
कड़कनाथ के ये है फायदे
गौरतलब है कि कड़कनाथ (Kadaknath) मुर्गा मध्यप्रदेश के झाबुआ की पहचान है, और भारत सरकार से कड़कनाथ को जीआई टैग भी मिल चुका है। यह मुर्गा काले रंग का, काले खून, काले हड्डी और काले मांस के साथ लजीज स्वाद के लिए पहचाना जाता है।
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यह मुर्गा फैट और कोलेस्ट्रोल-फ्री भी होता है। इसकी फार्मिंग छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी बड़े पैमाने पर की जाती है। इस मुर्गे के खून को लकवा ग्रस्त व्यक्ति के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।