वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को चुनाव में मिली हार की गाज रक्षा मंत्री मार्क एस्पर पर गिरी है। ट्रंप ने उन्हें पद से हटा दिया है। ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी केंद्र के निदेशक क्रिस्टोफर मिलर को तत्काल प्रभाव से अंतरिम रक्षा मंत्री बनाया जाता है। गौरतलब है कि ट्रंप और एस्पर के संबंधों में काफी समय से खटास है।
भैयाजी ये भी देखे- ट्रासजेंडर समुदाय के लिए खुला पहला मदरसा
चुनाव में हार के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर जनवरी में नए प्रशासन के कार्यकाल सम्भालने पर सत्ता का सहज हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए देश के निर्वाचित राष्ट्रपति जो मबाइडेन की टीम के साथ सहयोग करने का दबाव बढ़ रहा है। जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेटन (जीएसए) पर बाइडेन को निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप से औपचारिक रूप से मान्यता देने की जिम्मेदारी है। इसके बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया आरंभ होगी। एजेंसी की प्रशासक एमिली मर्फी ने अभी तक यह प्रक्रिया आरंभ नहीं की है और न ही यह बताया है कि वह कब ऐसा करेंगी। एमिली की नियुक्ति ट्रंप (Donald Trump) ने की थी।
भैयाजी ये भी देखे – राष्ट्रपति चुनाव: जो बाइडेन बने अमेरिका के नए राष्ट्रपति, पीएम मोदी- राष्ट्रपति कोविंद सहित कांग्रेस नेताओं ने दी बधाई
इस मामले में स्पष्टता नहीं होने के कारण प्रश्न खड़े होने लगे हैं कि अभी तक हार स्वीकार न करने वाले और चुनाव में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाले ट्रंप सरकार बनाने की डेमोक्रेटिक पार्टी की कोशिश बाधित कर सकते हैं। बाइडेन के सत्ता हस्तांतरण सहयोगी जेन प्साकी ने रविवार को कहा, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं उसके आर्थिक हित इस बात पर निर्भर करते हैं कि संघीय सरकार यह स्पष्ट और त्वरित संकेत दे कि वह अमेरिकी लोगों की इच्छा का सम्मान करेगी और सत्ता के शांतिपूर्ण एवं सहज हस्तांतरण में सहयोग करेगी।
सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया आगे बढ़ाने की अपील
व्हाइट हाउस में पिछले तीन कार्यकालों में शामिल रहे एक द्विदलीय ने भी ट्रंप से ”चुनाव के बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया तत्काल आगे बढ़ाने की अपील की है। सेंटर फॉर प्रेजिडेंशियल ट्रांजिशन सलाहकार बोर्ड ने एक बयान में कहा कि यह कड़ी मेहनत से लड़ा गया चुनाव था, लेकिन इतिहास ऐसे राष्ट्रपतियों के उदाहरण से भरा पड़ा है, जिन्होंने चुनाव परिणाम के बाद अपने उत्तराधिकारियों की गरिमा के साथ मदद की।