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जंगल में कर रहे थे शिकार, वन अफसरों ने घेराबंदी कर पकड़ा

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बिलासपुर। बिलासपुर के सोठी सर्किल के बिटकुला (BILASPUR NEWS) में छह जंगली बिल्ली और दो कब्र बिज्जू के शिकार की घटना सामने आई है। सूचना मिलते ही अमला सतर्क हो गया और जंगल के अंदर शिकारियों की तलाश में जुट गया। पूरी रात सर्चिंग के बाद सुबह नौ शिकारियों को मृत वन्य प्राणियों के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया गया। पूछताछ में पता चला कि शिकारियों ने पीट-पीटकर वन्य प्राणियों की जान ली थी। मामला दर्ज कर सभी को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

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डीएफओ कुमार निशांत को मुखबिर (BILASPUR NEWS)  से सूचना मिली कि बिटुकला के जंगल में कुछ अज्ञात लोग घुसे हैं और वन्य प्राणियों को दौड़ा रहे हैं। सभी के हाथों में लाठियां हैं। डीएफओ ने तत्काल सोठी सर्किल प्रभारी हफीज खान को जंगल के चप्पे-चप्पे पर सर्चिंग करने के निर्देश दिए। इस पर सर्किल प्रभारी अलग-अलग बीट के वनरक्षक चंद्रहास तिवारी, रविंद्र, रमेश ठाकुर व अन्य वनकर्मियों को लेकर बिटकुला पहुंचे और पूरे जंगल की घेराबंदी कर दी। इस बीच सोठी से पिपनार जाते हुए कुछ लोग नजर आए। वनकर्मियों को देखकर सभी भागने लगे। लेकिन वन अमले ने सभी को पकड़ लिया। उनके पास बोरियां रखी थीं। इसकी तलाशी लेने पर छह जंगली बिल्ली और दो कबरबिल्लू मृत मिले। इन वन्य प्राणियों का मारकर शिकारी लेकर जा रहे थे। इस पर सभी लोगों को पकड़कर बिटकुला बीट क्वार्टर लाकर पूछताछ की गई।

इस पर शिकारियों ने अपना नाम सुनील सवरिया (30) निवासी कोटमी सोनार, जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा अंतर्गत भईसतरा निवासी तुलसी सवरिया (36), विजय सवरिया (34), अजय गोड़ (22), अजय गोड़ (26), अनिल गोड़ (24), प्रेमलाल गोड़(35), अरुण गोड़ (21), प्रेम गोड (40) बताया। उनके कब्जे से उन लाठियों को भी बरामद किया गया, जिससे पीट- पीटकर वन्य प्राणियों को मौत के घाट उतारा था। आरोपियों के खिलाफ (BILASPUR NEWS)  वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा 1927 के 2, 9, 39, 50, 51 तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। पूछताछ में शिकारियों ने दो और साथी भईसतरा गांव निवासी कमल व भरतराम का नाम बताया है। घटना स्थल पर वे भी मौजूद थे। लेकिन वनकर्मियों के चंगुल से बचकर निकलने में सफल रहे। हालांकि वनकर्मी दोनों की तलाश में जुट गए हैं।