रायपुर। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी बात रखते हुए रायपुर दक्षिण विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार राज्यपाल, पद के विरुद्ध हाईकोर्ट जाती है और उन्ही राज्यपाल से अपनी सरकार की उपलब्धियों को अभिभाषण के रूप में पढ़वाती है।
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जब राज्यपाल के पद के ऊपर सरकार को विश्वास नहीं है तो फिर उस राज्यपाल पद से अपनी उपलब्धियों को पढ़वाना क्या असंवैधानिक नहीं है ? असल में इस सरकार को संविधान के ऊपर विश्वास नहीं है।
बृजमोहन अग्रवाल ने आगे तंज़ सकते हुए कहा कि “राज्य के मुख्य सचिव ने राज्यपाल के विरुद्ध हाई कोर्ट में केस दायर किया है। राज्य के खजाने से राज्यपाल के विरुद्ध केस लड़ने के लिए फीस दी जा रही है। यह दोमुहि सरकार है। जब राज्यपाल से उनका राजनैतिक हित सधे तो ठीक और न सधे तो उनके विरुद्ध कोर्ट जाते हैं।”
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उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार संविधान विरोधी सरकार है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि जो सरकार आप के पद के विरुद्ध हाईकोर्ट में जाती है ऐसी सरकार का अभिभाषण पढ़ने का कोई औचित्य नहीं है।