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लखीमपुर-खीरी कांड के गवाह के भाई पर हमला, पीड़ित बोला मंत्री टेनी के बेटे इशारे पर हुआ अटैक

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लखीमपुर-खीरी। लखीमपुर खीरी में तिकुनिया कांड (TIKUNIYA KAND) के मुख्य गवाह प्रभुजोत सिंह के छोटे भाई सर्वजीत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ है। यह हमला एक मुंडन समारोह के दौरान हुआ है। तलवार से किए हमले में सर्वजीत के सिर पर गंभीर चोट आई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में प्रभुजोत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और तिकुनिया कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के इशारे पर भाई पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर से केस का ट्रायल शुरू होना है।

आशीष मिश्रा का खास आदमी ने किया हमला

मुख्य गवाह प्रभुजोत सिंह ने बताया, “शनिवार को मेरे दोस्त अनुज गुप्ता के बेटे के मुंडन में हम गए थे। वहां विकास चावला भी था। वह पहले मुझसे उलझा, लेकिन हम वहां से हट गए। मेरे से 10 मीटर दूर मेरा भाई बैठा था। अचानक से विकास आया और मेरे भाई पर पीछे से तलवार से हमला कर दिया। जब तक मैं वहां पहुंचा तो वह भाई के सिर पर तलवार से दो बार वार कर चुका था। हमले के बाद वहां से भाग गया।

आशीष मिश्रा पर हत्या का आरोप तय, 16 नवंबर से ट्रायल

तिकुनिया हिंसा मामले में मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा (TIKUNIYA KAND)  समेत 14 आरोपियों पर हत्या का केस चलना है। लखीमपुर की ADJ कोर्ट ने 5 दिन पहले चार्जशीट के आधार पर अजय मिश्रा समेत 14 लोगों पर आरोप तय कर चुकी है। आशीष पर हत्या का आरोप तय किया गया है। उन पर हत्या का मुकदमा चलेगा। इस मामले में 16 दिसंबर से ट्रायल शुरू होगा। मुख्य गवाह प्रभजोत सिंह का आरोप है कि 16 तारीख से केस का ट्रायल है। इसी के चलते उन पर दबाव बनाने के लिए आशीष के इशारे पर विकास चावला ने हमला किया।

तिकुनिया कांड के तीन गवाहों पर पहले भी हो चुका है हमला

इसी साल जून में बाइक सवार हमलावरों ने भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष और तिकुनिया हिंसा कांड में गवाह दिलबाग सिंह की कार पर तीन राउंड फायरिंग की थी। फायरिंग के दौरान दिलबाग सिंह कार में थे। जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे। इस मामले से जुड़े दो गवाह जिसमें दिलजीत सिंह पर 10 मार्च को हमला हुआ था और हरदीप सिंह पर 10 अप्रैल को हमला हुआ था। हालांकि, हमलों में यह दोनों भी बाल-बाल बच गए थे।

3 अक्टूबर 2021 को हुआ था तिकुनिया कांड

लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा (TIKUNIYA KAND)  से सटे तिकुनिया गांव में 3 अक्टूबर 2021 की दोपहर करीब तीन बजे किसान प्रदर्शन कर रहे थे, तभी अचानक से तीन गाड़ियां (थार जीप, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो) किसानों को रौंदते चली गईं। घटना से आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई। इसमें 4 किसान, एक स्थानीय पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे। यह घटना तिकुनिया में आयोजित दंगल कार्यक्रम में UP के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई। घटना के बाद उप मुख्यमंत्री ने अपना दौरा रद्द कर दिया था।