दुर्ग। यह नजारा जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर बघमरा (DURG NEWS) बायपास रोड स्थित खेत का है। जहां दो एकड़ रकबे में गेंदे की खेती हो रही है, फूल लहलहा रही। जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शहर के सिंधी कॉलोनी निवासी किसान मानवेंद्र पात्र ने बताया कि इस दीपावली हैदराबाद के व्यापारियों की डिमांड आई है। फूलों को तोड़ने के बाद शनिवार को हैदराबाद भेजा जाएगा। इसके अलावा बालोद में लगभग 8 क्विंटल खपत होने का अनुमान है।
एक एकड़ में 20 से 22 क्विंटल उत्पादन होता है। इसके पहले नवरात्र में फूलों को तोड़े थे। तुलसी पूजा के दौरान और तोड़ेंगे। नवरात्रि में 80 से 90 रुपए प्रति (DURG NEWS) किलो बिका था। मालीघोरी, डौंडी, बघमरा में कुल साढ़े चार एकड़ में गेंदे फूल की खेती हो रही है। एक पौधे में औसतन लगभग डेढ़ से दो किलो फूल निकल जाता है। दैनिक भास्कर ने फूलों की खेती के बाद मुनाफे को लेकर कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग के अफसरों व फील्ड में रहने वाले कृषि विस्तार अधिकारी, हार्टिकल्चर अफसरों से चर्चा की।
जिसमें यह तथ्य सामने आया कि अगर कोई किसान एक एकड़ में गेंदा फूल लगाता है और उत्पादन भी बेहतर होता है तो 40 से 50 हजार रुपए तक मुनाफा हो सकता है। हालांकि किसानों का तर्क रहता है कि फूल उत्पादन करने के बाद बेचने का झंझट रहता है क्योंकि विभाग व जिला प्रशासन, शासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है।
सभी ब्लॉक में 20-20 हेक्टे. में गेंदे की खेती का लक्ष्य
उद्यानिकी विभाग की ओर से जिले के 5 ब्लॉक बालोद, डौंडीलोहारा, गुरूर, डौंडी व डौंडी लोहारा में लगभग 100 हेक्टेयर रकबे में गेंदा (DURG NEWS) की खेती करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि वर्तमान में कितने रकबे में खेती हो रही है, इस संबंध में विभागीय अफसर बता नहीं पा रहे है। सभी ब्लॉक में 20-20 हेक्टेयर में गेंदा लगाने का लक्ष्य रखा गया था। कई किसान शौकिया तौर पर गेंदे की खेती करते है। हमारे जिले के गेंदा फूल की महक कोलकाता, हैदराबाद व नागपुर, दुर्ग, भिलाई, रायपुर में रहती है। जहां से व्यापारियों की डिमांड आती है।