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पहली तिमाही में बीएसपी का मुनाफा 1138 से घटकर 445.44 करोड़ रह गया

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भिलाई। सेल बोर्ड ने कंपनी (BHILAI NEWS) के वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए। इस अवधि में कंपनी ने कर पश्चात 776.33 करोड़ का लाभ कमाया। बीएसपी 445.44 करोड़ के प्रॉफिट के साथ तीसरे स्थान पर रहा। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बीएसपी का प्रॉफिट 1137.95 करोड़ था। सेल ने बीते वित्त वर्ष में 12015 करोड़ का प्रॉफिट किया था। इस रिकॉर्ड को इस वर्ष ब्रेक करना प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती होगी।

पहली तिमाही में कंपनी को हुए प्रॉफिट ने इस चुनौती को और बढ़ा दिया है। पिछले वित्त वर्ष के पहली तिमाही में कंपनी को 3850 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था। जबकि इस वर्ष उसी अवधि में केवल 776 करोड़ (पीएटी) और 1038 करोड़ (पीबीटी) प्रॉफिट हुआ। यानि पिछले वर्ष के उस अवधि से तुलना करें तो कंपनी को 3074 करोड़ कम प्रॉफिट हुआ। हालांकि जानकार स्टील मार्केट की स्थिति में भी इसे कम नहीं आंक रहे हैं।

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609.02 करोड़ के साथ बोकारो प्रॉफिट में अव्वल

पहली तिमाही में प्रॉफिट के मामले में बोकारो प्लांट (BHILAI NEWS)  पहले स्थान पर रहा। उसे 609.02 करोड़ का प्रॉफिट हुआ। 587.51 करोड़ के साथ राउरकेला प्लांट दूसरे स्थान पर और बीएसपी 445.55 करोड़ के साथ तीसरे स्थान पर रहा। दुर्गापुर 141.04 करोड़, इस्को प्लांट 159.02 करोड़, अलाय स्टील 30.29 करोड़, सलेम 59.29 करोड़, विश्वेश्वरैया को 16.85 करोड़ का नुकसान हुआ।

बीएसपी के तीसरे स्थान में आने की रही प्रमुख वजहें

सेल की फ्लैगशिप इकाई बीएसपी के ज्यादातर उत्पादों का (BHILAI NEWS) इस्तेमाल सरकारी उपक्रमों और उनकी परियोजनाओं में किया जाता है। इनमें भारतीय रेलवे, इसरो, आरआईएनएल और नैवी जैसी एजेंसियां प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन एजेंसियों का भुगतान वित्त वर्ष के अंतिम तिमाही तक प्राप्त होता है। इससे लगता है कि पहली 2-3 तिमाहियों में बीएसपी का प्रॉफिट अन्य इकाइयों के मुकाबले कम है।

उत्पादन के उच्च लागत ने कंपनी को किया प्रभावित

पहली तिमाही के दौरान कंपनी को वैश्विक और घरेलू दोनों स्तरों पर उच्च इनपुट लागत और कमजोर बाजार की मांग की दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। आयातित कोकिंग कोल की कीमतों में वृद्धि के चलते उत्पादन की उच्च लागत ने कंपनी के बॉटम लाइन को प्रभावित किया। स्टील की वैश्विक मांग और कीमतों में गिरावट का सीधा असर घरेलू बाजार व कीमत निर्धारण पर पड़ा।