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कोरोना के खात्मे को लेकर वैज्ञानिकों का दावा, फरवरी 2021 में मिल सकता है छुटकारा

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नई दिल्ली। भारत में कोरोना को लेकर एक अहम खबर सामने आई है। कोरोना वायरस पर विभिन्न तरीके का रिसर्च कर रहे वैज्ञानिकों के पैनल ने एक बड़ा दावा किया है। इस पैनल नहीं यह दावा किया है कि “कोरोना वायरस में अपने पीक टाइम से गुजर चुका है।” यानी अब कोरोना वायरस ख़ात्मे की ओर बढ़ रहा है। इस पैनल ने यह भी दावा किया है कि “कोरोना वायरस फरवरी 2021 तक खत्म हो सकता है।”

इसका मतलब ये है भारत देश में कोरोना के केस फरवरी 2021 तक बेहद निम्न आंकड़ों में होंगे या फिर खत्म हो चुके होंगे। कोरोना पर रिसर्च कर रहे इन वैज्ञानिकों के मुताबिक भारत में कोरोना के एक करोड़ 6 लाख से ज्यादा लोग पॉजिटिव नहीं हो पाएंगे। हालाँकि आज स्वस्थ विभाग द्वारा ज़ारी आंकड़ों मुताबिक भारत में कोरोना के कुल 75 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके है।

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नियमों का पालन है जरुरी
आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर की अध्यक्षता में बनी इस विशेषज्ञ समिति ने कहा कि “जो सिम्टम्स और हालात अभी बन रहे है, उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है के इस मामले में गिरावट में तेजी आएगी।” वहीं उन्होंने कहा कि “कोरोनावायरस से बचाव के लिए किए जा रहे सभी उपाय को अभी निरंतर जारी रखना होगा। फरवरी में करोना के खत्म होने की बात इस पैनल द्वारा कही जा रही है इसके पीछे भी कोरोनावायरस की रोकथाम के उपाय और नियमों का पालन करना अति आवश्यक है।

ये है खात्मे का गणित
कोरोना वायरस पर काबू तभी पाया जा सकेगा, जब इसके एक्टिव केसेस निम्नतम आंकड़ों में आएंगे। फिलहाल बीते दो हफ्तों से भारत में एक्टिव केस की संख्या लगातार घट रही है। 17 सितंबर की अगर बात की जाए तो भारत में 10 लाख 50 हज़ार से ज्यादा एक्टिव केस थे। जिसके बाद 18 अक्टूबर को यानी कल के आंकड़ों में 7 लाख 83 हज़ार एक्टिव केस है।

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अब अगर आंकड़ों को देखा जाए तो भारत में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या के हिसाब से महज 10 फ़ीसदी ही एक्टिव मरीजों का आंकड़ा रह गया है। इसे न्यूनतम एक फीसदी तक पहुंचा कर खात्मे की ओर लाया जा सकता है। यदि वर्तमान स्थिति के मुताबिक ही नए पॉजिटिव केस की संख्या घटते क्रम में और डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ते क्रम में आगे बढ़ती है, तब फरवरी महीने में इस पैनल का दावा सच साबित हो सकता है। लेकिन यह सब तभी संभव है, जब कोरोनावायरस के लिए स्वास्थ्य विभाग के सभी गाइडलाइन का पालन पूरी जनता करेगी।