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धूल खा रहे मुफ्त में मिले रसोई गैस सिलिंडर, ग्रामीण चूल्हे में पका रहे भोजन

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बिलासपुर। रसोई गैस सिलिंडर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के कारण ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने रिफिलिंग करवाना बंद कर दिया है। करीब 60 प्रतिशत ग्रामीणों (BILASPUR NEWS) ने गैस का उपयोग करना बंद कर दिया है। महिलाएं अपने घरों में पुरानी पद्धति यानी चूल्हे से भोजन पका रही हैं।

रसाई गैस की रिफिलिंग में भारी गिरावट आई है। दूसरी ओर गैस सिलिंडर एजेंसी संचालकों का कारोबार काफी प्रभावित हुआ है। घरेलू रसोई गैस सिलिंडर की कीमत ने ग्रामीण परिवार का बजट बिगड़ दिया है। ग्रामीणों ने कई महीने से रिफिलिंग करवाना बंद कर दिया है। गैस सिलिंडर धूल खा रहा है। गैस सिलिंडर का दाम चार सौ रूपये से बढ़ाकर 1088.50 स्र्पये तक पहुंच गया है। जब चार सौ स्र्पये का सिलिंडर था। तब 90 प्रतिशत उज्ज्वला योजना के लाभार्थी गैस चूल्हे का प्रयोग करते थे।

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जैसे ही कीमत में बढ़ने लगी। सिलिंडर रिफिलिंग करवाने की क्षमता घटती चली गई। सीपत निवासी राज कुमार यादव ने बताया कि इससे पहले उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिल रहा था। भारी मशक्कत करने के बाद इस बार मुफ्त में गैस सिलिंडर व चूल्हा मिला है। लेकिन दाम बढ़ने से रिफिलिंग करवाने (BILASPUR NEWS) की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। सिलिंडर और चूल्हा घर के एक कोने में पड़ा है। चूल्हे से भोजना पका रहे हैं। ओमप्रकश बिंझवार ने बताया कि हम एक बार तो कहीं पैसे की व्यवस्था कर रिफिलिंग करवा लेते हैं। लेकिन हर माह खर्च करना हम गरीबों के लिए संभव नहीं है। सरकार ने गरीबों को ऊपर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है।

ये है योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मई 2016 को उज्ज्वला योजना (BILASPUR NEWS) की शुरुवात की थी। गरीब महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलिंडर और चूल्हा प्रदान करना था। योजना के तहत बिलासपुर जिले के लाखों परिवार को रसोई गैस कनेक्शन दिया गया है। छह साल के भीतर ग्रामीण क्षेत्र के करीब 80 प्रतिशत गरीब परिवार को मुफ्त में गैस सिलिंडर उपलब्ध कराया गया है।

तीन लाख से अधिक है हितग्राही

जिले में चार साल के भीतर तीन लाख से अधिक उज्ज्वला गैस सिलिंडर (BILASPUR NEWS) का उपयोग करने वाले हितग्राही हैं। वर्ष 2016-17 से 2018 के बीच जिले के डेढ़ लाख हितग्राहियों को फ्री में गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। इस बीच दो साल योजना बंद हो गई थी। 2021 में फिर योजना की शुरूआत की गई। इस बार करीब डेढ़ लाख गरीब परिवार को गैस कनेक्शन दिया गया।