दिल्ली। पंजाब चुनाव में शानदार जीत के बाद आम आदमी पार्टी की नजर अब दूसरे राज्यों पर भी है। सूत्रों ने मीडिया को बताया कि AAP अब जम्मू और कश्मीर में भी विस्तार करने को लेकर कमर कस रही है।
फिलहाल AAP की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य और अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी दुर्गेश पाठक पार्टी के जम्मू-कश्मीर मामलों के प्रभारी हैं। सूत्रों के मुताबिक कई पूर्व मंत्री, विधायक और जिला विकास परिषद के सदस्य AAP के संपर्क में हैं।
हालांकि, पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हर इंसान के बैकग्राउंड की जांच की जा रही है। सूत्रों ने खुलासा किया कि अप्रैल के पहले हफ्ते में AAP में पहली बड़ी जॉइनिंग होगी। इलके अलावा, केजरीवाल भी जम्मू-कश्मीर में पार्टी के एजेंडे की घोषणा करने के लिए अप्रैल में एक रैली कर सकते हैं। आपको बता दें कि पार्टी हिमाचल प्रदेश और गुजरात को भी टारगेट कर रही है जहां हमेशा से बीजेपी और कांग्रेस का ही बोलबाला रहा है।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर 2014 में हुआ था। 87 सदस्यीय सदन में, PDP के 28 सदस्य थे, BJP के 25, NC के पास 15 और कांग्रेस के 12 थे। 1 मार्च 2015 को PDP के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद बीजेपी के साथ गठबंधन करके सीएम बन गए। जनवरी 2016 में उनकी असामयिक मृत्यु के बाद, उनकी बेटी और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने 4 अप्रैल 2016 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। हालांकि, बीजेपी ने गठबंधन तोड़ दिया और 19 जून 2018 को मुफ्ती को इस्तीफा देना पड़ा। फिर अगस्त 2020 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और राज्य का दर्जा खत्म होने के कारण चुनावों में और देरी हो गई। अब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मई में परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।