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भारत को न्यूज़ीलैंड से मिली क़रारी शिक़स्त, मितली बोली-विकेट जाने से बढ़ा दबाव

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मुंबई। आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के आठवें मैच में सेडन पार्क में न्यूजीलैंड ने भारत को 62 रनों से हरा दिया। भारत की इस हार में न्यूजीलैंड की गेंदबाज़ ली ताहुहू और अमेलिया केर का बड़ा अहम योगदान रहा। दोनों ने भारत के तीन-तीन विकेट झटके, जिसके बाद टीम इंडिया दबाव में आ गई और अंततः मैच गवा बैठी। हरमनप्रीत कौर के 71 रनों के साथ भारत 198 रन पर ऑल आउट हो गया।

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261 रनों का पीछा करने उत्तरी भारतीय टीम को न्यूज़ीलैंड की फ्रेंकी मैके और जेस केर ने शुरुआती झटके दिए। दोनों ने स्मृति मंधाना को 6 और यास्तिका भाटिया को 28 रन के निजी स्कोर पर ही आउट कर दिया। इसके बाद दीप्ति शर्मा 5 रन बनाकर ली ताहुहू की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गई।

इन झटकों से भारत की बहुत धीमी शुरुआत रही, साथ ही न्यूजीलैंड ने तगड़ी गेंदबाज़ी और फील्डिंग से दबाव बनाना शुरू किया। इसके बाद भी कप्तान मिताली राज ने हरमनप्रीत कौर के साथ 63 गेंदों पर 47 रनों की लंबी साझेदारी की। लेकिन लेग स्पिनर अमेलिया केर ने 30वें ओवर में लगातार दो विकेट ले लिए, जिससे भारत की मैच में वापसी करने की संभावना कम हो गई।

हरमनप्रीत ने 54 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद, उन्होंने हन्ना को डीप मिड-विकेट पर दो छक्कों और दो चौके के साथ 43वें ओवर में 20 रन बटोर लिए।

हम बेहतर कर सकते थे-मितली

न्यूज़ीलैंड से मिली हार के बाद भारत की कप्तान मिताली ने कहा “शुरुआती विकेट के बाद, जिस तरह से उनकी अच्छी साझेदारी थी। मुझे लगा कि उन्हें 270-280 के आसपास मिल जाएगा। हमने सोचा था कि यह पीछा करने योग्य था, लेकिन बशर्ते हमारे पास शीर्ष क्रम के बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी करें। लेकिन बैक टू बैक विकेट गिरने से काफी दबाव पड़ा।”

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मिताली ने कहा कि दूसरी बल्लेबाजी करते समय परिस्थितियों में कोई बदलाव नहीं हुआ। वहीं विकेट पर न्यूजीलैंड की लाइन और लेंथ इतनी ज्यादा थी कि भारत एक समय 20 ओवर में 50/3 था। उनकी गेंदबाजों ने बेहतर काम किया, लेकिन यह नामुमकिन नहीं था और हम बेहतर कर सकते थे।