रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुराना अंदाज़ पाकर उनके दोस्त और गाँव वाले बेहद खुश हुए। मौका था नया खाई का…और सीएम बघेल अपने पैतृक गाँव पहुंचे थे।
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नया खाई के अवसर पर अपने गांव कुरूदडीह में पूजा करने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान वहां पहुंचे गाँव वालों से भी खुलकर बात की और पुराने दिनों को याद किया। इस मौके पर अपने गांव के पुराने दोस्तों से भी उन्होंने बातें की। उन्होंने अपने बचपन के दिनों को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से वह अपने साथियों के साथ गांव की विभिन्न गलियों में घूमा करते थे।
अपने दोस्त नारायण से छत्तीसगढ़ी में बात करते हुए पूछा “अरे नारायण तोला कब ले चश्मा लग गे यार…बीएस फिर क्या था सारे ग्रामीणों ने जमकर थके लगाए और दो संवाद शुरू हुआ। सीएम ने गांव की बुजुर्ग महिलाओं से भी उन्होंने चर्चा की।
मुखिया बघेल ने कहा कि “मैं आप सबकी दुख तकलीफ में हमेशा साथ खड़ा हूं। गांव की सेवा के लिए हमेशा आपके साथ खड़ा हूं। गांव की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ी में मुख्यमंत्री को कहा कि तय नहीं हरबे हमर दुख ला तो कौन हरहि, तोरे ले तो उम्मीद हवे, बने काम करत हस।”
चर्चा के दौरान यह पता चला कि गांव कुछ लोगों का नाम मुख्यमंत्री ने ही रखा है ग्रामीणों से हुई चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन ग्रामीणों से बातचीत हो रही है उनमें से कुछ का नाम तो उन्होंने ही रखा है। मुख्यमंत्री ने मौके पर बच्चों से और बुजुर्गों से भी बातचीत की।
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पिछली दफा जब मुख्यमंत्री आए थे तब एक बुजुर्ग ने कहा था कि उन्होंने हेलीकॉप्टर नहीं देखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दफा वह हेलीकॉप्टर में आए हैं बच्चों के लिए और बुजुर्गों के लिए हेलीकॉप्टर का विशेष कौतूहल होता है। आज आप नवाखाई मनाइए और हेलीकॉप्टर भी देख लीजिए।
नया खाई एवं नया पानी के अवसर पर आज अपने गांव कुरूदडीह में पहुंचकर पूजा की।
इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीण जनों एवं अपने गांव के पुराने दोस्तों से बातचीत करने का अवसर मिला।
बचपन की स्मृतियां ताजा हो गयीं, जब बचपन के दिनों में अपने साथियों के साथ गांव की गलियों में घूमा करते थे। pic.twitter.com/okAadELfL7
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 15, 2021