spot_img

ISPA का पीएम मोदी ने किया शुभारंभ, कहा-प्राइवेट सेक्टर के लिए लॉन्च पैड उपलब्ध

HomeNATIONALISPA का पीएम मोदी ने किया शुभारंभ, कहा-प्राइवेट सेक्टर के लिए लॉन्च...

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इंडियन स्पेस एसोसिएशन (ISPA) का शुभारंभ करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 7 साल में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को लास्ट माइल डिलिवरी, लीकेज फ्री और ट्रांसपेरेंट गवर्नेंस का अहम टूल बनाया है।

भैयाजी ये भी देखे : छत्तीसगढ़ के विद्युत संयंत्रों के लिए SECL रोज देगा 29 हजार…

अपने संबोधन ने पीएम मोदी ने कहा कि “आज देश के दो महान सपूतों, भारत रत्न जय प्रकाश नारायण जी और भारत रत्न नानाजी देशमुख की जन्म जयंती भी है। मैं उन्हें को नमन करता हूं, अपनी श्रद्धांजलि देता हूं।”

पीएम मोदी में कह कि 21वीं सदी का भारत आज जिस अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है, जो Reforms कर रहा है, उसका आधार है भारत के सामर्थ्य पर अटूट विश्वास। भारत का सामर्थ्य दुनिया के सभी देश से जरा भी कम नहीं है। इस सामर्थ्य के आगे आने वाली हर रुकावट को दूर करना हमारी सरकार का दायित्व है और इसके लिए सरकार कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही।

आज जितनी निर्णायक सरकार भारत में है, उतनी पहले कभी नहीं रही। Space Sector और Space Tech को लेकर आज भारत में जो बड़े Reforms हो रहे हैं, वो इसी की एक कड़ी है। मैं इंडियन स्पेस एसोसिएशन-इस्पाके गठन के लिए आप सभी को एक बार फिर बधाई देता हूं, अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

जब हम स्पेस रिफ़ॉर्म्स की बात करते हैं, तो हमारी अप्रोच 4 pillars पर आधारित है।पहला, प्राइवेट सेक्टर को innovation की आज़ादी। दूसरा,सरकार की enabler के रूप में भूमिका। तीसरा,भविष्य के लिए युवाओं को तैयार करना और चौथा, Space सेक्टर को सामान्य मानवी की प्रगति के संसाधन के रूप में देखना। इन चारों पिलर्स की बुनियाद अपने आप में असाधारण संभावनाओं के द्वार खोलती है।

भैयाजी ये भी देखे : मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अधिकारियों की ली बैठक, समय में काम…

आप इस बात को भी मानेंगे कि पहले Space Sector का मतलब ही होता था सरकार! लेकिन हमने पहले इस mindset को बदला, और फिर स्पेस सेक्टर में इनोवेशन के लिए सरकार, स्टार्टअप,एक दूसरे से सहयोग और स्पेस का मंत्र दिया।

ISPA नई सोच, नया मंत्र

ISPA प्रधानमंत्री ने आगे ये नई सोच, नया मंत्र इसलिए जरूरी है क्योंकि भारत के लिए अब ये लीनियर innovation का समय नहीं है। ये समय exponential innovation का है। और ये मुमकिन तब होगा जब सरकार handler की नहीं, enabler की भूमिका निभाएगी। इसीलिए, आज डिफेंस से लेकर Space सेक्टर तक, सरकार अपनी expertise को साझा कर रही है, प्राइवेट सेक्टर के लिए लॉन्च पैड उपलब्ध करवा रही है।