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नवरात्र पर होगा एकमात्र काैशल्या माता मंदिर का उद्घाटन

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रायपुर। श्रीराम वन गमन परिपथ विकास परियोजना के तहत छत्‍तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 25 किलोमीटर दूर चंद्रखुरी गांव में भगवान श्रीराम की माता कौशल्या का भव्य मंदिर (KAUSHALYA MAATA TEMPAL) के उद्घाटन की तैयारी जोरशोर से की जा रही है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नवरात्र के मौके पर 7 अक्टूबर को मंदिर (KAUSHALYA MAATA TEMPAL) का उद्घाटन करेंगे। तीन दिवसीय आयोजन में बालीवुड के प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन समेत अनेक कलाकार प्रस्तुति देने पहुंच रहे हैं। उद्घाटन समारोह में नृत्य, संगीत, लेजर शो के जरिए भगवान श्रीराम के वनवास एवं छत्तीसगढ़ में बिताए 10 साल की गाथा का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा।

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ये देंगे प्रस्तुति

उद्घाटन समारोह (KAUSHALYA MAATA TEMPAL) में गायक शंकर महादेवन के अलावा सद्गुरु कबीर के गीतों को अलग अंदाज में पेश करने वाले पद्मश्री भारती बंधु, गायिका कविता वासनिक, मानस भजन मंडली के नंदकुमार साहू, मुंबई का फ्यूजन बैंड, गायिका सुकृति सेन मनमोहक प्रस्तुति देंगे। भारतीय राक बैंड इंडियन ओसियन द्वारा छत्तीसगढ़ एवं श्रीराम वन गमन परिपथ के लिए तैयार किया गया गीत प्रस्तुत किया जाएगा। मुंबई का एक्रोबेटिक नृत्य समूह वी अनबीटेबल द्वारा श्रीराम पर आधारित विशेष नृत्य पेश किया जाएगा। उद्घाटन के बाद अगले दो दिन प्रदेशभर की मानस मंडलियां भजनों से समां बांधेगी। इसके अलावा अनेक स्थानीय कलाकारों की भी प्रस्तुति होगी।

चंद्रखुरी में स्थित है मंदिर

आपको बता दे कि राजधानी के समीप चंद्रखुरी गांव भगवान श्रीराम की माता कौशल्या का जन्म स्थान है। इसे प्रभु श्रीराम का ननिहाल भी कहा जाता है। विशाल सरोवर के बीच स्थित प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार करके भव्य बनाया गया है। भगवान श्रीराम ने वनवास काल के 14 साल में 10 साल छत्तीसगढ़ में बिताए थे। वे उत्तर छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर जिले से अंचल में प्रवेश किया था। अनेक स्थलों पर प्रवास करते हुए सुकमा जिले से दक्षिण भारत में प्रवेश किया था। वर्तमान का छत्तीसगढ़ रामायणकालीन दंडकारण्य के रूप में जाना जाता है। श्रीराम वन गमन पथ के रूप में 75 स्थनों को चिन्हित किया गया है। पहले चरण में 75 में से 9 स्थलों का पर्यटन तीर्थ के रूप में सुंदरीकरण किया जा रहा है।