राजनांदगांव। राजनांदगांव के रानीसागर (Ranisagar) में कुछ ग्रामीण पानी में फंस गए थे। जिन्होंने मदद के लिए गुहार लगाई। इस दौरान समय रहते NDRF और तीसरी बटालियन मुंडाली की टीम ने उन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला, और उनकी जान बचाई।
भैयाजी ये भी पढ़े : ITBP के जवान ने खुद को मारी गोली, मौत…कुछ दिनों से…
दरअसल राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल भारत सरकार, तीसरी बटालियन मुंडाली कटक ओडिशा की टीम द्वारा शुक्रवार को नांदगांव के रानीसागर तालाब में बाढ़ प्रभावितों के बचाव एवं राहत के लिए मॉक एक्सरसाइज किया गया।
इस रोमांचक प्रदर्शन में टीम के कुशल एवं प्रशिक्षित तैराक के द्वारा बाढ़ में फंसे गांव के लोगों को रेस्क्यू किया गया एवं उन्हें सुरक्षित निकाला गया। इसी दौरान नाव पलटने की स्थिति में रिमोट लाईफ बॉय के द्वारा ड्राय मेथड से तैरना नहीं जाने वालों को भी बचाया गया।
एक व्यक्ति के गुम हो जाने पर बोट के द्वारा व्हर्लपूल बनाकर उस क्षेत्र में दबाव बनाया गया ताकि गुम हुए व्यक्ति का शरीर ढूंढा जा सके।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल भारत सरकार, तीसरी बटालियन मुंडाली कटक ओडिशा की टीम द्वारा आज रानीसागर तालाब में बाढ़ प्रभावितों के बचाव एवं राहत के लिए मॉक एक्सरसाइज का रोमांचक प्रदर्शन किया गया। टीम के कुशल तैराक के द्वारा बाढ़ में फंसे गांव के लोगों को सुरक्षित निकाला गया#NDRF pic.twitter.com/sirehfswjS
— Rajnandgaon (@RajnandgaonDist) February 12, 2021
इस विधि का प्रयोग तब किया जाता है जब पानी गहरा हो। कुशल तैराक द्वारा पानी के अंदर जाकर गुम व्यक्ति को खोजा गया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल भारत सरकार, तीसरी बटालियन मुंडाली कटक ओडिशा के असिस्टेंट कंमान्डेट सुरजीत सिंह ने मॉक एक्सरसाइज के दौरान जवानों को बाढ़ की स्थिति में राहत कार्य के लिए जानकारी दी।
उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण स्कूल, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस एवं अन्य संस्थाओं से आए युवाओं को खाली बॉटल एवं जेरीकेन से एवं लकड़ी के गट्ठों से जान बचाने की कई युक्तियां बताई।
Ranisagar पहुंचे राजनांदगांव कलेक्टर
कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम द्वारा बाढ़ प्रभावितों के राहत एवं बचाव के लिए यहां रानीसागर (Ranisagar) में अभ्यास किया गया है।
जिसमें पुलिस प्रशिक्षण स्कूल एवं होमगार्ड के जवानों ने भी भाग लिया है। बारिश के मौसम में अधिक पानी गिरने पर बाढ़ के हालात होते हैं।
भैयाजी ये भी पढ़े : टीएस सिंहदेव को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का जवाब, सुरक्षित है कोवैक्सीन…दी…
तब ऐसी स्थिति में रातभर टीम को अलर्ट करना पड़ता है और गांव में मुनादी कराई जाती है। आज जवानों ने यह सीखा है कि जब कोई बाढ़ में फंस जाए तो कैसे बचाव करना है।