रायपुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून (Agricultural law) की वापसी के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को जमकर प्रदर्शन किया। राजीव भवन में प्रदेश स्तरीय किसान अधिकार दिवस का आयोजन कर जहां सियासी तीर चलाए। वहीं पैदल मार्च कर राज भवन पहुंच राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा।
भैयाजी ये भी पढ़े : रायपुर में चार और छत्तीसगढ़ में 99 सेंटर से लगेगी कोरोना वैक्सीन
जिसमें प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित विधायकगणों ने मोदी सरकार द्वारा लागू किये गय तीनों कृषि कानून का वापस लेने के लिये मांग रखी गई। यही नहीं इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल की महंगाई के खिलाफ भी कांग्रेसीयों ने जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन और मार्च से पहले राजीव भवन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
किसान अधिकार दिवस पर @INCChhattisgarh के कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष श्री @MohanMarkamPCC के नेतृत्व में मोदी सरकार के काले कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद कर संघर्ष का आगाज किया।
मोदी सरकार के काले बिलों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।#SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/kJKBDS2vzH
— Congress (@INCIndia) January 15, 2021
मरकाम ने कहा कि अन्नदाता किसानो के उपर मोदी सरकार जबरिया किसान विरोधी कानून को थोप रही है, जबकि पूरे देश के 62 करोड़ से अधिक किसान इन कृषि कानून (Agricultural law) के विरोध में है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि पहले चाय बेचने वाला आज पूरे देश के सरकारी उपक्रमों को बेच रहा है और किसान विरोधी इस काले कानून से देश किसानों का नही वरन मोदी जी अपने चंद उद्योगपति मित्रो को फायदा पहुंचाना चाहते है।
Agricultural law के खिलाफ़ राज्यपाल को ज्ञापन
राजीव भवन से हजारो की संख्या में प्रदेश भर के आये हुये किसान कांग्रेस विधायकगण एवं कार्यकर्ताओं ने रैली के रूप में राज भवन की ओर कूच किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम खुद ट्रैक्टर चलाते हुये राजभवन पहुंचे।
भैयाजी ये भी पढ़े : सोनडोंगरी के दो यार्ड में पुलिस का छापा, चोरी के कबाड़ का करते थे धंधा
राजभवन में राज्यपाल अनुसुईया उइके से चर्चा करते हुये प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, राज्यसभा सासंद छाया वर्मा, वरिष्ठ विधायक सत्यानारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू ने चर्चा कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम ज्ञापन सौंपा।