spot_img

बग़ैर मालिक के ही ज़मीन का 52 करोड़ में सौदा, ख़रीददार भी निकला फ़र्ज़ी

HomeCHHATTISGARHबग़ैर मालिक के ही ज़मीन का 52 करोड़ में सौदा, ख़रीददार भी...

रायपुर। राजधानी रायपुर में जमीन (land) खरीदी बिक्री का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें न सिर्फ ज़मीन की बिक्री करने वाला फ़र्ज़ी था बल्कि खरीददार भी 420 निकला।

जिसने बगैर एक रुपए के लेनदेन के ही दो करोड़ रुपए का बयाना देने के दस्तावेज बना लिए। और जमीन मालिक को बदनाम कर उससे पैसे एठने की साजिश रची। यह पूरा मामला मुजगहन थाने का बताया जा रहा है।

भैयाजी ये भी देखे : बड़ी ख़बर: कोरोना वैक्सीन की 16 जनवरी से शुरुआत, फ्रंटलाइन वॉरियर को प्राथमिकता

पुलिस के मुताबिक मुजगहन थाना क्षेत्र के सेजबहार स्थित वरदान बिल्डकॉन की जमीन पर यह फर्जीवाड़ा का खेल खेला जा रहा था। वरदान बिल्डकॉन के दीपक रहेजा की 21 एकड़ भूमि सेजबहार में है। जिसके फर्जी दस्तावेज बनाकर दुर्ग निवासी सतीश कुमार सिन्हा ने एक सौदा तय किया।

सतीश ने सौदा कुम्हरी के रहने वाले ज्ञानेश्वर प्रसाद मढ़रिया से 52 करोड़ रुपए में तय किया था। जब इस खरीदी बिक्री की भनक ज़मीन के वास्तविक मालिक दीपक रहेजा तक पहुंची तब उन्होंने तत्काल मुजगहन थाने में ज़मीन के दस्तावेज़ दिखाए और आरोपीयो के खिलाफ अपराध दर्ज़ कराया।

ज़मीन (land) खरीदी बिक्री का इक़रारनामा

इस मामलें का खुलासा फ़र्ज़ी इक़रार नामे के ज़रिए हुआ। दरअसल सतीश ने इस ज़मीन की बिक्री के लिए एक इक़रारनामा नोटरी सी.पी शर्मा से बनवाया था। दीपक ने नोटरी शर्मा के समक्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत कर उक्त इकरारनामे की एक कॉपी मांगी जिसकी जानकारी उन्हें नोटरी ने दी।

सतीश ने उपरोक्त वर्णित संपत्ति के संबंध मे ये इकरारनामा 15.12.2020 को बनवाया और उसे नोटराईज करवाया था। इसमें 2 करोड़ के लेनदेन की बात कही गई थी। जिसमे ज़मीन से जुड़े एक भी दस्तावेज़ नहीं थे। यही से दोनों के खिलाफ शक की सुई घूमी और पुलिस ने जाँच पड़ताल की।

बेचने वाला गिरफ्तार ख़रीददार फ़रार

इस मामलें में पुलिस ने जाँच पड़ताल के बाद बीरगांव निवासी आरोपी सतीश सिन्हा को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने वरदान बिल्डकॉन के दीपक रहेजा की जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे और उसका सौदा कर रहा था।

भैयाजी ये भी देखे : बंगाल में जेपी नड्डा ने भरी हुंकार, शुरू किया “एक मुट्ठी चावल अभियान”

जिसमें खरीदने वाला व्यक्ति ज्ञानेश्वर प्रसाद मढ़रिया भी फर्जी तौर पर सतीश को दो करोड़ रुपए देने का एक दस्तावेज तैयार कर पहुंचा था। इस मामले में ज्ञानेश्वर प्रसाद फिलहाल फरार चल रहा है।