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रेल हादसे की CBI जांच भी होगी

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दिल्ली। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर के पास हुए ट्रेन हादसे (RAIL HADSA) की सीबीआइ जांच कराने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड की ओर से सीबीआइ जांच की सिफारिश की गई है। ऐसे में हम मामले की तह में जाने के लिए सीबीआइ जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि ट्रेन हादसे के कारण का पता चल गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में आई गड़बड़ी को हादसे के लिए जिम्मेदार बताया। इंटरलॉकिंग से रूट गलत सेट हो गया था। इंटरलॉकिंग पहले मैनुअली होती थी, अब यह इलेक्ट्रॉनिक हो गई है।

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रेलमंत्री ने बताया, सुरक्षा आयुक्त ने हादसे की जांच पूरी कर ली है। यह टेक्निकल या मानवीय भूल है, लेकिन असल चूक कहां हुई, यह पूरी रिपोर्ट सामने आने के बाद पता चलेगा। वहीं बोर्ड के ऑपरेशन और बिजनेस डेवलपमेंट (RAIL HADSA) की सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि इंटरलॉकिंग की गड़बड़ी से कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन लाइन से लूप लाइन पर चली गई थी। इसी लूपलाइन पर पहले से मालगाड़ी खड़ी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस 128 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। मालगाड़ी से टकराने के बाद इसके कुछ डिब्बे दूसरी लाइन पर गिर गए। इसी दौरान डाउन मेन लाइन से जा रही बेंगलूरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस की इन डिब्बों से टक्कर हो गई। इस ट्रेन की रफ्तार 126 किलोमीटर प्रति घंटा थी। ऐसे में दोनों ट्रेनों की ओवरस्पीडिंग का कोई मामला नहीं है।

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया कि हादसे के बाद विभिन्न अस्पतालों में 1175 यात्री भर्ती किए गए थे। इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई। ज्यादातर घायलों की हालत स्थिर है। फिलहाल 382 यात्रियों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इस बीच रेलवे के अधिकारियों ने कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर को क्लीन चिट दे दी है। अधिकारियों ने कहा कि उसके पास आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी थी और वह गति सीमा से अधिक नहीं था।

अडानी ने ली यतीम हुए बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी

उद्योगपति गौतम अडानी हादसे में यतीम हुए बच्चों (RAIL HADSA) की मदद को आगे आए हैं। हादसे के बाद एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, जिन मासूमों ने हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है, उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडाणी समूह उठाएगा। पीड़ितों एवं उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है।