दुर्ग। छत्तीसगढ़ में एक और किसान की आत्महत्या की खबर सामने आई है। यह मामला भी दुर्ग जिले का ही है। दुर्ग के भिलाई इलाके में नंदनी थाना क्षेत्र में किसान ने आत्महत्या की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ किसान लीलूराम पटेल ने अपने ही खेत में फांसी लगाकर अपनी जान दी है। ग्रामीणों ने आज सुबह लीलूराम पटेल को पेड़ से फंदे पर लटका देख आनन-फानन में इसकी सूचना नंदिनी पुलिस को दी।
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जिसके बाद नंदनी पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से नीचे उतारा और पंचनामा दर्ज कर मामले में जांच पड़ताल में जुटी है। लीलूराम पटेल ने आत्महत्या क्यों की ? इसके पीछे की वजह अब तक सामने नहीं आई है। लीलूराम ने किसी प्रकार का कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा है। फिलहाल इस मामले में नंदिनी पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
गौरतलबी है कि महज़ दस दिनों पहले भी दुर्ग जिले में एक किसान ने पेड़ से लटक कर अपनी जान दे दी है। किसान के 5 एकड़ में लगी फसल नकली कीटनाशक के कारण बर्बाद हो गई थी। किसान ने आत्महत्या से पहले एक चिट्ठी छोड़ी है और अपनी पीड़ा को बयाँ किया है। ये मामला मचांदूर थाना के ग्राम मातरोडीह की थी।
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जहां के किसान डुगेश कुमार निषाद ने आत्महत्या की थी, डुगेश कुमार निशाद की खड़ी फसल बारिश की वजह से चौपट हो गई थी। इस वजह से किसान बेहद सदमे में था। उसकी खुद की डेढ़ एकड़ जमीन थी और चार एकड़ जमीन उसने रेगहा पर ली थी। उसने धान की फसल पांच एकड़ में लगाई थी, जिसमें ब्लास की बीमारी हुई थी। जिसके बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू खुद परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे और सरकार की तरफ से उन्हें आर्थिक मदद भी की थी।