दिल्ली। राजस्थान के करौली जिले (KARAULI HINSA) में कर्फ्यू की अवधि सात अप्रैल मध्य रात्रि तक बढ़ा दी गई है और स्थिति नियंत्रण में है। एक अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
करौली जिलाधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट राजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा, चूंकि वर्तमान परिस्थितियां कानून व्यवस्था के अनुरूप सामान्य नहीं है, ऐसी स्थिति में कर्फ्यू की अवधि सात अप्रैल की मध्यरात्रि (KARAULI HINSA) तक बढ़ाई जाती है। एक आदेश में शेखावत ने कहा, ‘‘करौली में शोभा यात्रा (बाइक रैली) के दौरान पत्थरबाजी एवं आगजनी की घटना के बाद दो अप्रैल को नगर परिषद क्षेत्र में चार अप्रैल की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाया गया था। चूंकि वर्तमान परिस्थितयां कानून व्यवस्था के अनुरूप सामान्य नहीं है। इसलिए कर्फ्यू की अवधि सात अप्रैल मध्य रात्रि तक बढ़ाई जाती है।’’
दो घंटे की छूट दी जायेगी
सरकारी कार्यालयों, अदालत के कर्मचारियों/अधिकारियों और परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को कर्फ्यू में ढील की अनुमति प्रदान की गई है। वहीं कर्फ्यू के दौरान दूध, सब्जी, और आवश्यक सामान की खरीददारी के लिये पुलिस की मौजदूगी में प्रतिदिन दो घंटे की छूट दी जायेगी।
करौली (KARAULI HINSA) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोर बुटोलिया ने बताया कि हिंसक घटना के मामले में गिरफ्तार 13 आरोपियों को सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। वहीं, सोमवार सुबह आवश्यक सामान की खरीदारी के लिये कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गयी और इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। पुलिस ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।
शनिवार की घटना
गौरतलब है कि शनिवार को नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली पर असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के चलते करौली में कर्फ्यू (KARAULI HINSA) लगाया गया था। उपद्रव की इन घटनाओं में लगभग 35 लोग घायल हो गए थे। भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि शनिवार को जुलूस के दौरान हुए पथराव के बाद पुलिस ने तत्परतापूर्वक कार्रवाई करते हुए 46 लोगों को गिरफ्तार किया और सात लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।