रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (DHARAMLAL KAUSHIK) ने प्रदेश में हाथियों और मानव के बीच बढ़ रहे द्वंद पर चिंता व्यक्त करते कहा कि प्रदेश में जो हालात हाथियों को लेकर बनते जा रहे हैं बेहद ही चिंताजनक है। आम लोगों के मौत हाथियों के कारण होने से प्रदेश के कई इलाकों में लोग भयभीत हैं।
11 जिले हाथियों के आतंक से प्रभावित
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (DHARAMLAL KAUSHIK) ने कहा कि एक समय पर केवल पांच जिलों में हाथियों से प्रभावित जिला माना जाता था, लेकिन अब करीब प्रदेश में ग्यारह ऐसे जिले हैं जो हाथियों के आतंक से प्रभावित हैं जिसके कारण वहां के निवासी बेहद की भयभीत हैं। जशपुर, कोरबा, अंबिकापुर, बालोद, महासमुंद, गरियाबंद सहित राजधानी रायपुर के करीब भी हाथियों के लगातार प्रवेश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। हाथियों के व्यवस्थित बसाहट के लिए जो लेमरू प्रोजेक्ट शुरू होना था वह अब तक नहीं शुरू हो पाया है जिसके कारण हाथियों के संरक्षण को लेकर प्रदेश की सरकार कुछ ठोस पहल नहीं कर रही है। यही कारण है कि अब हाथियों का समूह अब शहर की ओर है।
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प्रदेश सरकार केवल मात्र वाह वाही लूट रही
नेता प्रतिपक्ष ने कहा (DHARAMLAL KAUSHIK) कि हाथियों के लिये धान खरीद कर खिलाने की योजना पर प्रदेश सरकार केवल मात्र वाह वाही लूट रही है। प्रदेश सरकार का मकसद केवल भ्रष्टाचार को प्रोत्साहित करना है। कहीं भी हाथियों का संरक्षण करना प्रदेश सरकार के प्राथमिकता में नहीं है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश में इन दो सालों में हाथियों ने करीब 10 हजार हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचाया है और करीब 200 गांवों में हाथियों का आतंक व्याप्त है। हाल के दिनों में जशपुर में घर लौट रहे एक युवक को हाथियों ने पटक-पटक मार डाला, कटघोरा वनमंडल में एक महिला की मौत हाथियों के कारण हो गई वहीं सरगुजा संभाग के उदयपुर में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हाथियों के कारण हो जाती है व पेन्ड्रा में भी हाथियों का दहशत है और यहां भी एक व्यक्ति की मौत हाथियों के कारण हो जाती है, जो बेहद ही चिंताजनक है।