रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा (CG Assembly) का शीतकालीन सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा। किसानों की आत्महत्या पर विपक्ष के तीखे तेवर के बाद विधानसभा उपाध्यक्ष ने पहले तो विपक्ष के विधायकों का निलंबन किया।
उसके बाद भी जब विपक्ष के तेवर कम नहीं हुए तब सत्र की कार्यवाही को आगामी दिवस तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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विधानसभा (CG Assembly) में शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही भारतीय जनता पार्टी समेत विपक्ष के विधायकों ने तीखे तेवर दिखाए है।
विधानसभा (CG Assembly) में भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, डॉ रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, शिवरतन शर्मा समेत तमाम विधायकों ने किसानों के आत्महत्या के मामले पर सवाल उठाए।
इस मामलें पर विपक्ष के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने मृत किसानों के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग सरकार से की।
इधर बृजमोहन अग्रवाल की इस मांग पर विधायक नारायण चंदेल ने भी समर्थन किया है। उन्होंने सरकार के समक्ष इस मांग पर जोर देते हुए इसे पूरा करने की बात सदन में कहीं।
CG Assembly में सरकार ने कहा घड़ियाली आंसू
इधर सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष के खिलाफ तीखे तेवर दिखाए। सरकार की ओर से किसानों के मामले पर विपक्ष के इस मांग और चर्चा में हो रहे हंगामे को सरकार ने घड़ियाली आंसू बताया है।
वहीं विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी पर भी कटाक्ष करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि विपक्ष चर्चा से भाग क्यों रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में कहा कि किसानों के लिए सदन में जो भी सवाल उठेंगे, उसका पूर्ण रूप से जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसानों की सरकार है।
कल तक के लिए स्थगित
सरकार और विपक्ष के इस तीखी नोकझोंक और बहस के बीच विपक्ष के विधायक गर्भगृह में पहुंचकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते रहे।
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जिसके बाद भाजपा और जनता कांग्रेस के सदस्यों को आसंदी की ओर से निलंबित करने की कार्रवाई की गई। जिसके बाद सदन को आगामी कार्य दिवस तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।