बीजापुर। छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर (Bijapur) में दी आईईडी बम बरामद हुए है। हालाँकि इस बम को सुरक्षाबल और बम डिस्पोजल स्क्वाड ने मिलकर डिफ्यूज कर दिया है।
माओवादियों के मनसूबे पर सोमवार को एक बार फिर सुरक्षाबलों की टीम ने पानी फेरा है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी से मिली जानकारी के मुताबिक़ ये घटना बीजापुर (Bijapur) जिले के गंगालूर-पुसनार मार्ग पर बुरजी गाँव की है।
जहाँ जंगलों में रूटीन सर्चिंग के लिए निकली डीआरजी और सीएएफ़ के जवानों ने एक आईईडी देखा, जिसके बाद आस पास के इलाके में सर्चिंग की गई इसी दौरान दूसरी आईईडी बम भी बरामद किया गया।
इन दोनों आईईडी के वज़न तक़रीबन पांच किलो बताया गया। इसे रिमोट से ब्लास्ट करने की प्लानिंग की गई थी। इन दोनों आईईडी बम को सुरक्षाबल और सीएएफ की टीम ने BDS के साथ मिलकर डिफ्यूज किया है।
Bijapur में हुआ था IED ब्लास्ट
बीजापुर इलाकों में नक्सलियों ने तक़रीबन 15 दिन पहले एक IED ब्लास्ट किया था। इस ब्लास्ट में एक यात्री गाड़ी चपेट में आई थी। IED ब्लास्ट के दौरान टाटा सूमो कार के परखच्चे उड़ गए थे। हालाँकि इस ब्लास्ट में ड्राइवर और ग्रामीण को मामूली चोटें आई थी।
बीजापुर (Bijapur) पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक़ बासागुड़ा थानक्षेत्र से 2 किमी दूर राजपेटा में ये घटना हुई थी। ब्लास्ट की सुचना के बाद मौके के लिए पुलिस दल भी रवाना किया गया था, जहां उनके द्वारा आस-पास में सर्चिंग अभियान भी चलाया गया था।
IED ब्लास्ट का ये पूरा मामला बासागुड़ा थानक्षेत्र का बताया जा रहा है। बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने इस घटना की पुष्टि की थी।
सुकमा में हुआ था धमाका
इधर हाल ही में सुकमा जिले में सुरक्षाबलों द्वारा बरामद IED को डिफ्यूज करने के दौरान ब्लॉस्ट हुआ था। इस ब्लॉस्ट में कोबरा बटालियन के डिप्टी कमांडेंट को घायल होने के बाद रायपुर लाया गया था।
जहाँ रविवार देर रात उन्होंने इलाज़ के दौरान अपनी अंतिम सांस ली। कोबरा 203वीं बटालियन के डिप्टी कमांडर विकास कुमार रविवार को सुकमा में IED डिफ्यूज करने के दौरान हुए धमाके में घायल हुए थे।