spot_img

शराब लॉबी की साजिश, नेताओं को बदनाम करने फ़र्ज़ी एकाउंट से वायरल कर रहे फेक कंटेंट

HomeCHHATTISGARHशराब लॉबी की साजिश, नेताओं को बदनाम करने फ़र्ज़ी एकाउंट से वायरल...

रायपुर। सोशल मीडिया में शराब कारोबारियों की एक लॉबी ने छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। इसके लिए “छत्तीसगढ़ भाजपा” के नाम से एक फ़र्ज़ी एकाउंट बनाकर पार्टी के बड़े नेताओं को बदनाम करने पोस्ट किए जा रहे थे।

ये ख़बर भी देखें : छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश पुलिस व प्रशासन के अफसरों की हुई मीटिंग, चुनाव को…

इस संबंध में भाजपा आईटी सेल के संयोजक सुनील पिल्लई ने शिकायत भी दर्ज़ की थी। जिस पर पुलिस जाँच पड़ताल कर कार्यवाही कर रही है। साइबर सेल ने 26 मार्च 2024 को एफआईआर दर्ज कर जाँच शुरू की थी। जिसमें अब पुलिस ने साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश किया।

पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ भाजपा के इस फ़र्ज़ी एकाउंट के जरिए कुछ बड़े नेताओं से जुडी फ़र्ज़ी खबरों की पेपर कटिंग लगातार पोस्ट किया जा रहा था। शेयर कर बदनाम किया जा रहा था। बताया गया कि एडीजी साइबर प्रदीप गुप्ता के निर्देश पर डीएसपी निशिद अग्रवाल ने इस मामले की तत्परता से जांच की और 6 दिनों में ही करीब एक दर्जन से ज्यादा संदिग्धों की पहचान की है।

सूत्रों ने बताया कि “यह फर्जी एकाउंट बिलासपुर और भोपाल से संचालित हो रहा था, जिसके कन्टेंट एक्स के अलावा वॉट्सअप ग्रुप में भी भेजे जा रहे थे। ये सभी कंटेट लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं की छवि धूमिल करने के नियत से पोस्ट किया जा रहा था। इतना ही सूबे के भाजपा नेताओं के नाम पर बनी इन फ़र्ज़ी अखबारों की कटिंग को बक़ायदा देश के नामचीन नेताओं को टैग भी किया जा रहा था, जिससे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक इसे पहुंचाया जा सके।

आबकारी नीति में बदलाव का विरोध

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ भाजपा के इस फ़र्ज़ी एकाउंट से फोटोशॉप में एडिट कर के खबरों को पोस्ट किया जा रहा था। जिसमें मंत्री, विधायक के आलावा भाजपा संगठन से जुड़े कुछ खास लोगों को भी निशाना बनाने की कोशिश हुई। भीतरखाने की ख़बर ये है कि इस कार्य में छत्तीसगढ़ की शराब लॉबी खासकर बिलासपुर के लोग सक्रिय थे, जो नहीं चाहते थे कि सरकार आबकारी नीति में किसी भी तरह की कोई सख्ती बरतें। साथ ही इस नीति से जुड़े प्रशासनिक अधिकारी व पार्टी नेता बदनामी के डर से दूरी बना ले। इसलिए ऐसे लोगों को बदनाम करने की साजिश के तहत एक्स पर एकाउंट बनाकर पोस्ट किया जा रहा था।

रडार में आए लोगो से पूछताछ ज़ारी

पुलिस की सजगता से इस साजिश का जल्द ही भांडा फोड़ हो गया है, और भाजपा नेताओं को बदनाम करने की इस साज़िश पर पुलिस ने रोक लगाते हुए खाते को तत्काल बंद कराया है। बताया जा रहा है कि पुलिस साजिशकर्ताओं को आईटी एक्ट के तहत नोटिस देकर कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है। वहीं मुख्य साजिशकर्ता की पहचान कर ली गई है, जिसके खिलाफ बड़ा निर्णय लेने की तैयारी है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने एक्स और वॉट्सएप से संदिग्ध नंबर और सोशल मीडिया एकाउंट्स की पूरी जानकारी मांगी है।