spot_img

दबंगई करने वाले तीन आरोपी को पुलिस ने दबोचा, 30 हज़ार रूपए की करी थी डिमांड

HomeCHHATTISGARHदबंगई करने वाले तीन आरोपी को पुलिस ने दबोचा, 30 हज़ार रूपए...

रायपुर। राजधानी के समता कॉलोनी एरिया में 26 साल के शहबाज़ खान को तीन युवको ने आपसी दुश्मनी के कारण सर पर बन्दुक टिकाया था और मारपीट कर 30 हज़ार रूपए की डिमांड की थी। जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस(police) के पास की थी। वही अब खबर आ रही है कि पुलिस (police) ने सिर्फ तीन दिन में ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
भैयाजी ये भी पढ़ें -SUSIDE: वाट्सअप पर बाय-बाय जिंदगी लिखकर, 17 वर्षीय किशोरी ने किया…

दरअसल मामला समता कॉलोनी का है जहां बजरंग नगर आजाद चौक निवासी 26 वर्षीय शहबाज़ खान से निशांत चौधरी, रोहित दुबे, यश नागदेव सहित अन्य ने 17 नवंबर को मारपीट गाली-गलौज की, और फिर प्रोटेक्शन मनी के तौर पर 30 हजार रूपए मांगे। इसके बाद शहबाज़ द्वारा पैसे नहीं देने पर सिर पर पिस्तौल टिकाकर गोली मारने व चाकू से भी हमला करने की धमकी दी।
भैयाजी ये भी पढ़ें -कलेक्टर से नक्सल पीड़ित परिवारों की गुहार, पुनर्वास की मिले सुविधा

अवैध वसूली का मामला दर्ज

गौरतलब है कि इस मामले में आजाद चौक थाना पुलिस (police) ने 3 नामजद आरोपियों के खिलाफ अवैध वसूली का मामला दर्ज कर उन्हं गिरफ्तार कर लिया है। जहां एक ओर जनता हमेशा पुलिस के धीमी गति के काम को लेकर तंज कस्ते रहती है वहीं दूसरी ओर

पीड़ित के अनुसार 17 नवम्बर को समय 10.20 मिनट में चौबे कालोनी अपने दोस्त आकाश साहू के साथ अपने घर कि ओर आ रहा था। तभी मेरे दोस्त आमीर अहमद का फोन आया कि आमिर ने मुझे बुलाया तुम जल्दी आओ और बात कर लो। मैं तुरंत चौबे कालोनी से निकल कर समता कालोनी चाय गोविंदम गया।
जब मैं वहां गया, तो वहां पर आमीर अहमद निशांत चौधरी, रोहित दुबे और यश नागदेव और अन्य और भी निशांत के दोस्त खड़े थे। तभी निशांत चौधरी मेरे पास गुस्से से आया और बोला कि पैसा कब देगा, मैने कहा कि किस बात का पैसा। निशांत चौधरी ने कहा कि Protection Money रू 30,000.00 कब देगा।
तू मुझे जानता नही है क्या। तभी धक्का मुक्की हुई। निशांत चौधरी दौड़कर आया और पिस्तौल मेरे सर में टिकाया और बोला कि पिस्तौल की पांचो गोली को तेरे सर में ठोक दूंगा और तभी रोहित दुबे कालर पकड़ा और चाकू खोलकर उसने भी टिकाया और यश नागदेव ने मुझे झापड़ मारा और झूमा झपटी में मेरा कपड़ा भी फट गया, वहां पर मेरे दोस्त आमीर अहमद मुझे बचाया। मैं बहुत ज्यादा डर गया था तो यह सब बातें मैं अपने माता पिता को पूरी घटना की जानकारी दी और अन्य लोग भी खड़े थे।