रायपुर। अयोध्या में बन रहे भव्य रामलला के दरबार में उनके स्थापना महोत्सव में ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ की भी मौजूदगी होगी। जब भगवान राम अयोध्या में अपनी जन्मभूमि में पुनः स्थापित होंगे, तब उन्हें छत्तीसगढ़ के चांवल से बने भात का भोग लगाया जाएगा। जिसकी तैयारियां पुरे प्रदेश में जोरशोर से की जा रही है।
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अयोध्या में 22 जनवरी से भव्य आयोजन के साथ ही रामलला की प्राणप्रतिष्ठा होगी। इस आयोजन से शुरू होने वाला प्रसाद वितरण लगातार 3 महीने तक आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ज़ारी रहेगा। जिसके लिए छत्तीसगढ़ से भेजे गए चावल का इस्तेमाल किया जाएगा।
बताते है कि छत्तीसगढ़ से भांजे राम के लिए मायरा भेजा जा रहा है जिसमें 300 टन चांवल देने की तैयारी कर ली गई है। ये बड़ी और महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी छत्तीसगढ़ के राइस मिलर्स निभा रहे है।
राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया कि “सैकड़ों साल के इंतज़ार के बाद अब भगवान राम अपने जन्मस्थान पर पुनः विराजेंगे। इस पुण्य अवसर पर छत्तीसगढ़ के सभी मिलर राज्य के अलग-अलग इलाकों में पैदा होने वाली अलग-अलग वैरायटी के चावल की व्यवस्था में जुटे है। जिसे हम अयोध्या भेजेंगे।
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प्रदेश के 2000 से अधिक राइस मिलर्स ने करीब 300 टन चावल अलग-अलग वैरायटी के गाड़ियों में भरकर अयोध्या भेजने की तैयारी कर ली है। 28 दिसंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी चांवल की ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 11 ट्रक के माध्यम से ये चांवल भेजा जा रहा है।